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नेपाल में माओवादी बैठक: महीने में तीन दिन प्रचंड भी रहें उत्पादन में शामिल!

*रतन गुप्ता उप संपादक

नेपाल में सीपीएन-माओवादी सेंटर की सेंट्रल कमेटी की बैठक जारी है. काठमांडू के धुम्बाराही स्थित एक पैलेस में रविवार से चल रही बैठक के दूसरे दिन सोमवार को 80 केंद्रीय सदस्यों ने अपनी राय रखी.

उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अग्नि प्रसाद सपकोटा ने बताया कि अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड द्वारा प्रस्तुत राजनीतिक रिपोर्ट पर 80 सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किये.

उनके मुताबिक सभी सदस्यों ने चेयरमैन की रिपोर्ट पर अपनी राय जाहिर करते हुए स्पष्ट सोच और राजनीतिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने की बात कही है.

राष्ट्रपति की रिपोर्ट पर 80 साथियों ने बात की. बैठक के दूसरे दिन के बाद प्रवक्ता सपकोटा ने कहा, ”सभी ने अपील की है कि हमें स्पष्ट विचार और स्पष्ट राजनीतिक दृष्टि के साथ आगे बढ़ना चाहिए.” उच्च नैतिक चरित्र के साथ और हर किसी का विश्वास जीतें।”

इसी तरह उन्होंने कहा कि केंद्रीय सदस्यों की राय है कि राष्ट्रपति प्रचंड समेत सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को श्रम और उत्पादन में शामिल किया जाना चाहिए.

राष्ट्रपति सहित सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को श्रम और उत्पादन में शामिल होना चाहिए। कहा गया है कि महीने में कम से कम तीन बार चेयरमैन को जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, दण्ड से मुक्ति समाप्त होनी चाहिए।

इसी तरह उन्होंने बताया कि केंद्रीय सदस्य ने विभागों को प्रभावी बनाने का मामला उठाया.

आपने विभागों को प्रभावी बनाने का मामला उठाया है. मांग उठाई गई कि सड़क और सदन को जोड़ने की नीति के तहत इसे प्रभावी बनाया जाए, जल्द से जल्द सदन बुलाने का दबाव बनाया जाए. यह मुद्दा उठाया गया है कि हमें अन्य दलों से भी बात करनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि पार्टी सम्मेलन को लेकर नेताओं ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी.

सम्मेलन आयोजित करने को लेकर सभी एकमत हैं। उन्होंने कहा, ”ज्यादातर का कहना है कि अभियान पर निकलने के बाद ही सम्मेलन की तारीख तय की जानी चाहिए.” सम्मेलन को लेकर मिश्रित बातें सामने आई हैं.

सापकोटा के मुताबिक आज की बैठक में बोलने वाले 80 केंद्रीय सदस्यों ने कहा कि माओवादियों को ऐतिहासिक मौका मिला है.

80 साथियों ने अब माओवादी केंद्र को ऐतिहासिक मौका दिया है. इसे खोना नहीं चाहिए. इसके लिए सबकी एक ही आवाज है कि पार्टी एकजुट रहे और आगे बढ़े.”

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