*रतन गुप्ता उपसंपादक
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 9 के पास बने एमआरएफ सेंटर के कूड़े के ढेर के पास तीन लड़के फटे-पुराने कपड़े पहनकर अक्सर आते-जाते रहते थे. जीआरपी ने खास मिशन के तहत तीनों पर नजर रखना शुरू किया. जीआरपी ने तीनों को मंगलवार को चोरी की छह बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया. आइये जानते हैं पूरा मामला…
गोरखपुर जीआरपी ने रेलवे कबाड़ में चोरी की बाइक छुपाने वाले तीन युवकों को किया गिरफ्तार…
गोरखपुर जीआरपी ने वाहन चोरों के शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है. सरगना अशीष सोनकर समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बदमाशों के पास से चोरी की छह बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद किया गया है. एसपी रेलवे संदीप मीना ने खुलासा किया. सभी आरोपियों के प्लेटफॉर्म नंबर 9 से गिरफ्तार किया गया. गिरोह के सदस्य बाइक चुराने के बाद उसे कबाड़ा में छुपा देते थे. फिर कस्टमर खोजने लगते थे. कस्टमर मिलेते ही नंबर प्लेट बदलकर बाइक बेच देते थे. कस्टमर न मिलने पर उसके पुर्जे अलग-अलग करके मैकेनिक को बेच देते थे. चोरों ने नेपाल तक बाइक बेचने की बात कबूली है. तीनों चोर की उम्र 20 से 22 साल के बीच है.
दरअसल, GRP टीम को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 9 की तरफ कुछ संदिग्ध लोगों के खड़े होने की सूचना मिली थी. जीआरपी ने सूचना पर सर्च अभियान चलाया और तीन चोरों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपियों की पहचान आशीष सोनकर पुत्र सेवालाल, शिवेंद्र जायसवाल पुत्र ओमप्राकश, बिट्टू सोनकर पुत्र मेवालाल के रूप में हुई. तीनों चौरी चौरा थानाक्षेत्र के रहने वाले हैं.
बाइक चोरों का यह गैंग रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में एक्टिव था. वारदात के बाद बदमाश चोरी की बाइक को कूड़े के ढेर में छुपा देते थे. मौका पाकर चोरी की बाइक का नंबर प्लेट बदलकर बेच दिया करते थे. GRP ने कूड़े के ढेर से 6 बाइक बरामद कीं. आरोपियों ने बताया कि वे रात में बाइक छुपाते थे. बरामद बाइक में से दो रेलवे स्टेशन परिसर से तो एक देवरिया कोतवाली क्षेत्र से चोरी हुई थी. बाकी तीन बाइक की पहचान में जीआरपी जुटी हुई है.
आरोपी रेलवे स्टेशन परिसर और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बाइक चुराकर कबाड़ के भीतर छुपा देते थे. कबाड़ पर किसी का ध्यान नहीं जाता था. इसी ट्रिक पर चोर काम करते थे. फिर आरोपी ग्राहक की तलाश में जुट जाते थे और औने-पौने दाम पर बाइक बेचकर पैसे कमाते थे.
पूछताछ में आरोपियों ने छोटे-छोटे अपराधों में अपनी संलिप्ता स्वीकार की. लोगों को डराने के लिए तमंचा रखना स्वीकार किया. गिरोह के सरगना आशीष सोनकर ने 9वी&6 तक पढ़ाई की है. दूसरा आरोपी शिवेंद्र जायसवाल आरटीओ ऑफिस के पास चाय की दुकान लगाता था. तीनों आरोपी पिछले चार महीने से बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे. तीनों के खिलाफ पहले से ही कई केस दर्ज हैं.
चोर हीरो कंपनी की बाइक पर खास तौर से नजर रखते थे. इसकी वजह का खुलासा करते हुए आरोपियों ने बताया कि हीरो बाइक की अच्छी कीमत मिलती थी. बरामद सभी छह बाइक हीरो कंपनी की थीं.
रेलवे एसपी संदीप मीना ने बताया, ‘जीआरपी गोरखपुर को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पिछ्ले दिनों स्टेशन से बाइक चोरी की कई शिकायतें सामने आई थीं. एक टीम इस पर काम कर रही थी. रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 9 से तीन बदमाशों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है. तीनों थाना चौरी चौरा के रहने वाले हैं. सरगना आशीष सोनकर है. स्टेशन और भीड़भाड़ वाले स्थान से बाइक चुराते थे. मौके से 6 बाइक बरामद हुईं. बाइक चोरी करके कूड़े के ढेर में छुपा देते थे. आरोपियों ने नेपाल तक बाइक बेची है. पूछताछ जारी है, जो भी नाम सामने आएंगे, उन्हें आरोपी बनाया जाएगा