*रतन गुप्ता उप संपादक
महाकुंभ में संगम तट पर बीते रात को भगदड़ मचने से 14 लोगों के मर जाने की खबर सामने आई है। लेकिन जख्मियों के आंकड़े के बारें में अब तक कुछ साफ नहीं हो पाया, पर ऐसा भी कहा जा रहा है कि घायलों का आंकड़ा बढ़ सकता है। घटना के पश्चात की जो फोटोज सामने आ रही हैं, वह विचलित करने वाली बताई जा रही है। दुर्घनाता की फोटोज को देखकर मरने वालों का आंकड़ा अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं प्रशासन ने अभी तक मरने वालों की वास्तविक संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है। इसलिए आशंका और अनुमान का दौर अब भी चल रहा है।
विश्वस्त खबरों का कहना है कि स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल के मोर्चरी में लाशों को रख दिया गया है। और जख्मियों को अलग अलग हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। भगदड़ में घायल कुछ लोगों का उपचार मेला इलाके के सेक्टर 2 में बने केंद्रीय हॉस्पिटल में किया जा रहा है। इतना ही नहीं फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। घटना के पश्चात पीएम मोदी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से दो बार बात कर चुके हैं। विशेष सतर्कता को ध्यान में रखते हुए अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का निर्णय भी कर लिया है।
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले संगम इलाके में हादसे के पश्चातलोगों को संगम इलाके से बाहर निकालने के लिए बैरिकैडिंग को हटा दिया गया है। खबरों का कहना है कि अब भी संगम तट पर लोगों का तांता लग चुका है। भगदड़ के पश्चात भी लोग किसी तरह से संगम तट की तरफ जाने का प्रयास भी किया है। साधु-संतों लोगों से संगम तट न जाने की मांग कर रहे है।
महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से सीएम योगी ने की खास अपील: खबरों का कहना है कि महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से मुख्यमंत्री योगी ने अपील की है कि श्रद्धालु अफवाहों पर ध्यान बिलकुल भी न दें, जो जिस घाट पर है वहीं स्नान करे। ‘संयम और सतर्कता बरतते हुए प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से खास अपील भी की है। इतना ही नहीं स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह न करें और निकटतम घाट पर स्नान कर लें। लोग अपने शिविर से बाहर निकलने के बारें में न सोचे। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। इतना ही नहीं उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया।
मायावती ने जताया दुःख: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महाकुंभ में भगदड़ पर BSP चीफ मायावती ने इस बारें में बोला है कि ”प्रयागराज की संगम स्थली पर, महाकुम्भ में हुई भगदड़ में, जिन भी श्रद्धालुओं ने अपनी जान गवाई है व घायल हुये है। यह घटना अति-दुःखद व चिन्तनीय। ऐसे समय में कुदरत पीडि़तों कोे इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे, पार्टी की यही कामना।”
अखिलेश यादव ने खड़े कर दिए कई प्रश्न: अब खबरें आ रही है महाकुंभ में भगदड़ पर SP चीफ अखिलेश यादव ने बोला है कि ”महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य दुर्घटना में श्रद्धालुओं के हताहत होने की जानकारी मिलने के बाद बहुत दुःख हुआ. अखिलेश यादव ने अपनी बात कारी रखते हुए कहा है कि ” जिन लोगों की हादसे में मौत हुई है उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि! ”लेकिन हमारी सरकार से अपील है कि: गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए। मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए।” वह अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते है कि ”जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित कोशिश की जाएं। हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए। सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें। सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे। हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना।”