*रतन गुप्ता उप संपादक
सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल उम्मीदवारों का बेसिक प्रशिक्षण उनके जिलों में ही दिया जाएगा। एक महीने बाद उन्हें प्रदेश के ट्रेनिंग सेंटरों में भेजा जाएगा।
सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों का 9 माह का आधारभूत प्रशिक्षण एक साथ कराया जाएगा। सिपाही भर्ती परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद चयनित अभ्यर्थियों का चिकित्सीय परीक्षण होगा। उसमें उपयुक्त पाए जाने वालों का चरित्र सत्यापन उनके गृह जनपदों से कराया जाएगा। तत्पश्चात चयनित अभ्यर्थियों का एक माह का प्रारंभिक प्रशिक्षण (जेटीसी) सभी 75 जिलों में कराया जाएगा।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने सिपाही सीधी भर्ती के चयनित अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण के संबंध में आयोजित समीक्षा गोष्ठी में कहा कि यह प्रदेश में अब तक की सबसे ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण भर्ती है। उन्होंने प्रशिक्षण हेतु सभी आधारभूत सुविधाओं एवं संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश देते हुए कहा कि प्रशिक्षुओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग आदि माध्यमों से प्रशिक्षण देने के लिए उपकरणों की व्यवस्था कर ली जाए।
प्रशिक्षुओं को तीन नए कानूनों की गहनता से जानकारी दी जाए। साइबर क्राइम आदि के बारे में भी प्रशिक्षित किया जाए। भौतिक साक्ष्य संकलन हेतु फॉरेंसिक विषयों की जानकारी भी दी जाए। महिला प्रशिक्षुओं की सुरक्षा एवं मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए।
तकनीकी ज्ञान देने के लिए पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर की व्यवस्था की जाए। उनको आम जनता से अच्छे व्यवहार हेतु साफ्ट स्किल का प्रशिक्षण भी दिया जाए। प्रशिक्षण के दौरान उपचार हेतु चिकित्सालय की समुचित व्यवस्था रहे