रतन गुप्ता उप संपादक
स्वास्थ्य प्रशासन ने संचारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए एक अभियान शुरू किया है, जो 1 से 30 अप्रैल तक चलेगा। इसमें 11 विभाग शामिल हैं जो बीमारियों से लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न जिम्मेदारियाँ…
11 विभाग मिलकर संचारी रोग को करेंगे कंट्रोल
स्वास्थ्य प्रशासन ने संचारी रोग को कंट्रोल करने के लिए पहल की है। शासन के आदेश पर एक से 30 अप्रैल तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा। अभियान में 11 विभाग शामिल हैं। इसमें सभी विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है।
जल-जनित और मच्छर जनित बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए हर वर्ष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलता है। इसके लिए शासन समय-समय पर गाइड लाइन जारी करता है। शासन ने गर्मी शुरू होने के पहले अप्रैल में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने का आदेश दिया है। शासन का आदेश मिलते ही स्वास्थ्य प्रशासन हरकत में आ गया है। स्वास्थ्य प्रशासन अभियन में शामिल विभागों को तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया है।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान में ये होने हैं कार्य
गांव की सड़क और नालियों की साफ-सफाई, कीटनाशक दवा का छिड़काव, फागिंग और झाड़ियों की कटाई के अलावा जल-जनित बीमारी एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम(एईएस) और मच्छर जनित बीमारी जापानी इंसेफेलाइटिस(जेई) के अलावा डायरिया के प्रति जागरूक करने के साथ बचाव की जानकारी दी जाएगी।
अभियान में शामिल हैं ये विभाग
संचारी रोग नियंत्रण अभियान में स्वास्थ्य, नगर निकाय, पंचायती राज विभाग, पशुपालन, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना और उद्यान विभाग शामिल हैं।
मरीजों को ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करना है ब्यौरा
दस से 30 अप्रैल तक चलने वाले दस्तक अभियान में आशा और आंगनबाड़ी घर-घर पहुंचेगी। बुखार, कुपोषित बच्चे, कुष्ठ, फाइलेरिया, टीबी और कालाजार के मरीजों को चिह्नित कर सूची ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया गया है।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान की तैयारी पूरी कर ली गई है। अभियान में शामिल सभी विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण में विभाग के कार्य और उनके उत्तरदायित्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। टीम के कार्यों की मानिटरिंग हर रोज होगी। कमी मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय है।
डॉ. श्रीकांत शुक्ला, सीएमओ