रतन गुप्ता उप संपादक
नेपाल के पूर्व पीएम प्रचंड का बड़ा बयान, कहा-“नेपालियों के उदारवादी दृष्टिकोण को कमजोरी न समझें राजतंत्रवादी”
नेपाल में राजतंत्रवादियों ने नया बनेश्वर इलाके में सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट के कार्यालय में तोड़फोड़ की। इससे पहले, उन्होंने टिंकुने इलाके में एक घर में आग लगा दी। नेपाल हिंसा में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
नेपाल में सीपीएन-माओवादी सेंटर’ के प्रमुख पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने शुक्रवार को कहा कि राजशाही समर्थक ताकतों को नेपाली जनता और राजनीतिक दलों के उदारवादी रुख को उनकी कमजोरी नहीं समझना चाहिए। उन्होंने पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह को यही गलती दोहराने को लेकर आगाह किया। प्रचंड ने यहां भृकुटिमंडप में एक रैली में कहा कि राजतंत्रवादी राजतंत्र को पुनः स्थापित करने के नाम पर लोगों को आतंकित करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अपने प्रदर्शन के दौरान काठमांडू में घरों को जला दिया और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके।’’ प्रचंड ने कहा, ‘‘नेपाली लोगों और राजनीतिक दलों द्वारा दिखाए गए उदार रवैये को उनकी कमजोरी न समझें।’’ उन्होंने कहा कि पूर्व राजा अपने पिछले गलत कार्यों के कारण एक साधारण नागरिक बनकर रह गए हैं। उन्होंने ज्ञानेंद्र से कहा कि वह वही गलती न दोहराएं, अन्यथा वह सब कुछ खो देंगे। प्रचंड ने कहा कि नेपाली जनता और राजनीतिक दलों के लिए राजशाही को फिर से स्थापित करके प्रतिगमन के रास्ते पर वापस लौटना अस्वीकार्य होगा।
प्रचंड ने कहा-लोगों को विश्वास में लेना होगा
उन्होंने राजशाही विरोधी और लोकतांत्रिक ताकतों से आत्म-आलोचना के लिए आगे आने का भी आह्वान किया ताकि लोगों को विश्वास में लिया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे और सुशासन स्थापित करेंगे।’’ प्रचंड ने कहा कि लोकतांत्रिक और गणतंत्रवादी ताकतों से जो गलतियां हुई हैं और उनकी जो कमजोरियां सामने आयी हैं, उन्होंने राजतंत्रवादियों को हस्तक्षेप का मौका दिया दिया है। प्रचंड ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार बढ़ गया है, दलालों ने इसका फायदा उठाया है और समाज में अव्यवस्था है, जो प्रतिगामी ताकतों के लिए अनुकूल आधार बन गई है।