रतन गुप्ता उप संपादक
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने 98 में से 68 संगठनात्मक जिलों में गत दिनों नियुक्त जिलाध्यक्षों को टीम में आंशिक बदलाव करने की हरी झंडी दी। वहीं जिन 30 जिलाध्यक्षों को दूसरी बार मौका मिला है, उन्हें मौजूदा टीम से ही चुनाव कराना होगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि जिलों में पार्टी के मंडल अध्यक्ष, सांसदों और विधायकों की मर्जी से नहीं बल्कि उनकी रायशुमारी के बाद बदले जाएं। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी पार्टी नेतृत्व तय करेगा। पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाए, जिलाध्यक्ष उसे जिताने में पूरी ताकत लगा दें।
प्रदेश अध्यक्ष ने दो टूक शब्दों में कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि कोई सांसद मंडल अध्यक्षों की सूची दें, उन्हें ही घोषित कर दिया जाए। लेकिन मंडल अध्यक्ष और जिला टीम में बदलाव स्थानीय सांसद और विधायक की सलाह से किया जाए। भूपेंद्र चौधरी ने 98 में से 68 संगठनात्मक जिलों में गत दिनों नियुक्त जिलाध्यक्षों को टीम में आंशिक बदलाव करने की हरी झंडी दी। वहीं जिन 30 जिलाध्यक्षों को दूसरी बार मौका मिला है, उन्हें मौजूदा टीम से ही चुनाव कराना होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक है, इसलिए मौजूदा टीम भी तब तक काम करती रहेगी। कहा कि दिसंबर से जिलों में बड़े नेताओं के प्रवास और बैठकों का दौर शुरू होगा। पार्टी को बूथ स्तर तक चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार रखना है।
तीन दिसंबर के बाद जोर पकड़ेगा लोकसभा चुनाव का अभियन
भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने में जुटी है। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अब बड़े पैमाने पर जिला प्रभारी बदले गए हैं। जिला से लेकर मंडल की नई टीमें भी जल्द बनाई जाएंगी। 1.61 लाख में से करीब 80 फीसदी बूथों पर नई कमेटियों का गठन कर उनका सत्यापन किया जा रहा है। निष्क्रिय बूथ कमेटियों का पुनर्गठन किया जा रहा है। महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने कहा कि वोटर चेतना अभियान के तहत 25-26 नवंबर और 2-3 दिसंबर को विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में पूरी ताकत से जुट जाएं। प्रत्येक बूथ और विधानसभा क्षेत्र पर मतदाता बढ़ाने का लक्ष्य हर हाल में पूरा करना है। कहा कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश में लोकसभा चुनाव का अभियान तेजी से शुरू होगा। उन्होंने सभी जिलाध्यक्षों को 3 दिसंबर तक मंडल और जिला टीमों में बदलाव का प्रस्ताव पेश करने को कहा।
अमरपाल और अनूप को मिली बड़ी जिम्मेदारी
प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य को अवध क्षेत्र के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी की कमान सौंपी गई है। पार्टी का काशी क्षेत्र में पिछड़े वर्ग के वोट बैंक को साधने में जोर है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर क्षेत्र प्रभारी रहे अनूप गुप्ता को कानपुर-बुंदेलखंड की कमान सौंपी गई है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र लोकसभा चुनाव की दृष्टि से पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रबंधन संभाल रहे प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला को सीएम योगी के गोरखपुर क्षेत्र में प्रभारी नियुक्त किया है।
15 फीसदी नए प्रभारी बने
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 15 फीसदी नए प्रभारी बनाए हैं। वहीं, 85 फीसदी मौजूदा प्रभारियों के जिले बदले गए हैं। कुछ जिलों में जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी के बीच मनमुटाव के चलते भी प्रभारी बदले गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कुछ जिलाध्यक्षों की ओर से जिलों की टीम में बदलाव के लिए सूची बनाने पर नाराजगी जताई है।