रतन गुप्ता उप संपादक
महाराजगंज
एसडीएम सत्यप्रकाश मिश्रा ने बताया कि लोगों से शिकायत मिली थी, कि बसुली नहर में सेमरहना और अरदौना के बीच खनन माफियाओं की ओर से बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। उक्त सूचना के बाद टीम के साथ नहर में चल रहे खनन स्थल पर छापा मारा गया। जिस दौरान मौके से एक ट्रैक्टर ट्रॉली और उसके चालक को पकड़ लिया गया।
महराजगंज जिले में निचलौल थाना क्षेत्र के अंतर्गत बसुली नहर में सेमरहना और अरदौना के बीच हो रहे अवैध बालू खनन के खिलाफ सोमवार सुबह सात बजे राजस्व विभाग की टीम छापा मारा। इस दौरान टीम ने खनन करने आए एक ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ लिया। जबकि अन्य वाहन चालक वाहन लेकर भागने में सफल रहे। वही बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई से काफी देर तक हड़कंप मचा रहा। टीम ने पकड़े गए ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर माफियाओं के खिलाफ आगे की कार्रवाई में जुट गई है। चार लोगों पर केस दर्ज हुआ है।
एसडीएम सत्यप्रकाश मिश्रा ने बताया कि लोगों से शिकायत मिली थी, कि बसुली नहर में सेमरहना और अरदौना के बीच खनन माफियाओं की ओर से बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। उक्त सूचना के बाद टीम के साथ नहर में चल रहे खनन स्थल पर छापा मारा गया। जिस दौरान मौके से एक ट्रैक्टर ट्रॉली और उसके चालक को पकड़ लिया गया। जबकि अन्य चालक वाहन लेकर मौके से भागने में सफल रहे।
वाहन के साथ पकड़े गए चालक मनोज निवासी बनकटी ने पूछताछ में बताया कि पकड़ी गई ट्रैक्टर ट्रॉली बैदौली गांव के पूर्व ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुशवाहा की। वह रोजी रोटी के लिए चालक का कार्य करता है। इन्होंने आगे बताया कि नहर से बालू खनन में सत्येंद्र यादव और प्रद्युमन दुबे का भी वाहन चलता है।
नहर से खनन कर काली कमाई करते हैं माफिया
नहर से सटे गांव के रहने वाले सुरेश,ब्यासमुनी, गोपाल, कमलेश आदि ने कहा कि बालू माफिया बीते काफी दिनों से बसुली नहर में सेमहना और अरदौना के बीच नहर से अवैध बालू की खनन कर काली कमाई कर रहे थे। क्योंकि राजस्व विभाग की टीम के ओर से पकड़ी गई ट्रैक्टर ट्रॉली और खनन स्थल इसकी कहानी बयां कर रही है।
इसका उपयोग सरकारी कार्यों में धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। बढ़ रही ठंड के साथ ही खनन माफियाओं का काला धंधा भी तेज रफ्तार पकड़ लिया था। हालांकि जब विभाग के जिम्मेदार सक्रिय होते हैं। तब कुछ दिनों के लिए खनन रुक जाता है। फिर चालू हो जाता है।
इतना ही नहीं नहरों की सफाई कराकर पटरियों पर रखी गई सिल्ट को भी माफिया बेच काली कमाई करते हैं। इन दिनों सूखी नहरें खनन माफियाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। इन लोगों का माने तो खनन माफिया हर रोज नहर से 30 से 50 ट्रॉली बालू की खनन कर रहे