रतन गुप्ता उप संपादक
लुम्बिनी के होटल व्यवसायियों ने विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ाने के लिए शासन स्तर से नीतिगत सुधार की मांग की है।
चूंकि नेपाल में प्रवेश करने वाले सीमा पार और आव्रजन कार्यालय पारंपरिक और अव्यवस्थित हैं, इसलिए नकारात्मक प्रभाव पड़ता है । पर्यटकों को भीषण गर्मी ,ठन्डी में घंटों कतार में लगना पड़ता है और कारों में बैठना पड़ता है, इसलिए होटल व्यवसायियों की मांग है कि सीमा पार और आव्रजन कार्यालय को आधुनिक बनाया जाना चाहिए और सुविधाओं से सुसज्जित किया जाना चाहिए।
इसी तरह, व्यवसायियों ने बताया कि सड़क पर भारतीय पर्यटकों को ले जाने वाले वाहनों की अनावश्यक जाँच करना और पैसे वसूलना और अपने साथ 25,000 से अधिक की रकम नहीं ले जाने जैसे प्रावधान गलत हैं और इसमें संशोधन किया जाना चाहिए ।
लुंबिनी में पर्यटक स्तर से लेकर फाइव स्टार तक के होटल व्यवसायियों का संगठन नैप्लिज़ होटलियर्स एसोसिएशन लुंबिनी (एनएचए) ने लुंबिनी केबल कार लिमिटेड के साथ बातचीत में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण बहादुर पाठक ने कहा कि इसे लाना संभव नहीं है। पर्यटकों में नीतिगत सुधारों के बिना उनके प्रवास का विस्तार संभव नही है। दुसरी तरफ सोनौली बार्डर दलाल भारतीय कारो से मन मानी ,सीमा कार्ड ,गाडी भंसार का पैसा लेते हैं ,भारतीय नोट चेंज करने के नाम पर एक लाख भारतीय नोट के बदले 1,50 ही देते जिससे भारतीय पर्यटक अब नेपाल जाने से कतरा रहे हैं ।