रतन गुप्ता उप संपादक
भारत नेपाल बार्डर का सोनौली जहां हमेशा जाम लगा रहता है । लोग घन्टो फंसे रहते हैं इन्डिया गेट से लेकर बाबा लाज तक जाम ही जाम रहता है । नासूर बनती जा रही है जाम की समस्या जाम की आड़ में तस्कर गांजा चरस अफीम ,हेरोइन की तस्करी जम कर रहे हैं । पेट्रोल ,डीजल की तस्करी भारत से में नेपाल खुब हो रही है । सारे अवैध व्यपार बहुत तेजी से जारी है । ठेला ,और मोटरसाईकिल , सड़क पर ही रहते हैं । किसी को समझाने की जरुरत नहीं है सब अपना अपना काम कर रहे हैं । महराजगंज जिले का जब हाल खराब है जहां पर हर बड़े अधिकारी रहते हैं उसका भी हाल जान ले ।
महराजगंज शहर में जाम की समस्या नासूर बनती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण और बेतरतीब खड़े वाहन हैं। अतिक्रमणकारियों के कारण 20 फीट चौड़ी सड़क सिकुडकर 10 फीट हो जा रही है। इससे हनुमानगढ़ी के पास से दो पहिया तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
सबसे ज्यादा परेशानी शहर के सक्सेना चौक से कटकर डाकघर जाने वाले रोड पर होती है। इस रोड पर अगर आप चार पहिया वाहन लेकर चले गए तो फंसना तय है। मिनटों का सफर आप घंटों में पूरा कर पाएंगे। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि डाकघर में आने वाले लोग सड़क पर ही अपना वाहन खड़ा कर देते हैं। बृहस्पतिवार को इस सड़क से गुजरने वालों को काफी दिक्कतें हुईं। बेतरतीब खड़े वाहनों के कारण मुश्किल से आठ से 10 फीट ही सड़क बची रही।
वाहन लेकर जाने वाले लोगों को कुछ देर रूकना पड़ा, जब सड़क से बाइक हटी तब जाकर लोग आगे बढ़ सके। दोपहर करीब 12 बजे अवधेश कार से पोस्ट ऑफिस रोड पर जा रहे थे। आगे बढ़े तो जाम में फंस गए। किसी तरह से जाम से निकले। उन्होंने बताया कि ऐसी समस्या तो रोज होती है। बलिया पुल से आगे जाने पर हनुमानगढ़ी चौराहे पर ठेले, खोमचे वालों का अतिक्रमण रहता है। यहां सड़क किनारे ही ठेले लगे रहते हैं। वाहन भी बेतरतीब ढंग से खड़े रहते हैं। इससे समस्या ज्यादा रहती है।
अमरूतियां की ओर से जाने के लिए मुश्किल से पांच फीट की सड़क बचती है। चौराहे पर भी शाम को ज्यादा जाम रहता है। अमरूतियां के रमेश चंद्र दोपहर बाहर पिकअप पर सामान लेकर जा रहे थे। चौराहे के पास जैसे हर मुड़े समस्या शुरू हो गई। किनारे खड़े वाहन व ठेले को किसी तरह से किनारे किया गया। इसके बाद पिकअप आगे बढ़ा। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण के कारण आवागमन में समस्या प्रत्येक दिन रहती है। जिस दिन बाजार लगता है, उस दिन अमरूतिया रोड पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। शहर में फरेंदा रोड पर सर्विस लेने पर भी यही समस्या रहती है।