रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज के सिसवा बाजार में चल रहे नशीली दवाओं के अवैध धंधे के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए। वे जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम व एसपी को ज्ञापन सौंप कर नशीली दवाओं के धंधेबाजों पर कार्रवाई की मांग की। लोगों ने पुलिस प्रशासन पर दोषियों को बचाने और निर्दोष को फंसाने का आरोप लगाया है।
डीएम व एसपी को सौंपे मांग पत्र में भाजपा नेता धर्मनाथ खरवार, मदन राजभर, अमरेन्द्र मल्ल, हासिम अंसारी, राघवेन्द्र उपाध्याय, मनीष भुज, गोलू खरवार, सेराज अहमद, फिरोज, इसराइल, कमरुद्धीन, रियाजुद्दीन आदि ने कहा है कि 23 दिसंबर को सिसवा के गोपाल नगर तिराहे पर एसओजी व स्वाट टीम द्वारा मेडिकल स्टोर में छापा मारकर नशीली दवा व इंजेक्शन बरामद किए गए थे। टीम मौके से चार लोगों को साथ थाने ले गई थी। बाद में पुलिस ने खुलासा किया कि इन चारों के पास से नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए, लेकिन बरामदगी का स्थान बदल दिया गया। दर्शाया गया कि चारों व्यक्ति झोले में नशीले इंजेक्शन के साथ बस से उतरते समय पकड़े गए। चारों आरोपियों में एक नाबालिग सद्दान को भी पकड़ा गया था, जो बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र है। जिसकी उम्र 17 साल 6 महीना है। प्रशासन ने जबरदस्ती अपराधी घोषित कर उसे जेल भेज दिया।
मामले में पुलिस ने उस पिकअप को छोड़ दिया, जिससे छापे के चंद मिनट पहले ही नशीली दवा की सप्लाई की गई थी। लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूरे मामले की उच्च अधिकारियों से जांच कराने और गोपाल नगर सहित कोठीभार थाने व आपपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर सच्चाई सामने लाने की मांग की है। लोगों उन पुलिस अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की मांग की हैं जो इस कार्रवाई में शामिल रहे हैं।