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बृजमनगंज में हुये घटना हर तरफ बिखरे खून के छींटे बयां कर रहे थे हत्यारोपी की निर्दयता को


रतन गुप्ता उप संपादक

घटनास्थल की जांच करते एसपी सोमेंद्र मीणा।

क्षेत्र के कानापार में पत्नी और आठ साल के बेटे की हत्या के बाद से आरोपी शशिभूषण की निर्दयता पर लोग स्तब्ध हैं। हर तरफ बिखरे खून के छींटे बता रहे थे कि शशिभूषन ने किस आक्रोश में इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया होगा। पास में कुल्हाड़ी और कैंची का टूटा हुआ हिस्सा मिला। ऐसा माना जा रहा है कि इसी से शशिभूषण ने दोनों की हत्या की

बताया जा रहा है कि शशिभूषण का पत्नी विजयलक्ष्मी से अक्सर विवाद होता रहता था। लेकिन पत्नी से विवाद के कारण बेटे की हत्या करना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि वह मानसिक रूप से बीमार है। वह किसी से ठीक से बात भी नहीं करता था। उसका स्वभाव काफी गुस्सैल था। ऐसी क्या वजह थी कि इस निर्दयता से उसने पत्नी और उस बेटे की जान ली जिसे वह बेहद प्यार करता था, यह तो उसके पकड़े जाने के बाद ही पता चलेगा। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम लग गई है।

चार वर्ष पूर्व पिता पर भी किया था कुल्हाड़ी से कातिलाना हमला
इस दोहरे हत्याकांड के बाद से पूरा माहौल गमगीन है। लेकिन इसने चार साल पहले हुई उस घटना की याद भी सबकी जेहन में ताजा कर दी, जिसमें शशिभूषण ने अपने पिता राजेंद्र नाथ मिश्र पर भी कुल्हाड़ी से कातिलाना हमला कर दिया था। उस हमले में राजेंद्र किसी तरह बच गए, लेकिन उसके बाद से वे एक ही घर में रहते हुए बेटे से अलग रहने लगे।

मालूम हो कि धानी कानापार निवासी राजेंद्र नाथ मिश्र बगहा बिहार में संस्कृत विद्यालय में शिक्षक थे। 2017 में वे सेवानिवृत्त हुए। उनके दो बेटे और एक बेटी है। बड़े पुत्र बृजभूषण परिषदीय विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात रहे। वर्ष 2019 में कोविड काल में उनका देहांत हो गया तो उनकी पत्नी नौकरी करने लगी, जो अपने बच्चों के साथ फरेंदा में रहती है। छोटा बेटा शशिभूषण मनबढ़ प्रवृत्ति का है। उसका आए दिन पत्नी व पिता से विवाद होता रहता था। जिससे तंग आकर उसके माता-पिता मकान के नीचे हिस्से में अलग रहने लगे थे। उपरी मंजिला पर शशिभूषण अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी व बेटे शौर्य के साथ रहता।
बताया जा रहा है कि शशिभूषण का विजयलक्ष्मी से अक्सर विवाद होता रहता था। शनिवार रात भी किसी बात पर दोनों में काफी देर तक विवाद हुआ। रविवार दिन में करीब 12 बजे शशिभूषण की बहन नेहा, जो पास में ही अलग रहती है, उसने भतीजे शौर्य के दिखाई नहीं देने पर फोन किया लेकिन मोबाइल नहीं उठा। नेहा ने यह बात पिता को बताई। उस समय राजेंद्र कैम्पियरगंज किसी काम से गए थे। वहां से लौटने के बाद परिवार के साथ ऊपरी तल पर गए तो देखा कि फर्श पर खून के छींटे पड़े हुए थे। एक कमरे में विजललक्ष्मी और दूसरे में शौर्य की खून ने लथपथ लाश मिली। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में बात पूरे मोहल्ले में फैल गई और घर में लोगों का जमावड़ा लग गया। विजयलक्ष्मी के मायकेवालों को भी सूचना मिली तो वे सन्न रहे गए। उन्होंने शशिभूषण पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

हत्या की सूचना पाकर पहुंचे पूर्व विधायक
फरेंदा क्षेत्र के धानी बाजार में एक साथ मां-बेटे की हत्या की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। मौके पर कुंवरपाल सिंह,राहुल शर्मा,रामसहाय गुप्ता एडवोकेट सहित तमाम लोग मौके पर पहुंचे।

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