Breaking News

*नेपाल में 58 देशों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, अधिकांश भारत से*

रतन गुप्ता उप संपादक 

*नेपाल राष्ट्र बैंक ने ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर सर्वेक्षण रिपोर्ट, 2079/80’ प्रकाशित की है*।

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की क्षेत्रीय स्थितियों और रुझानों का विश्लेषण करके नीति निर्माण में सहायता करने के लिए, नेशनल बैंक हर वित्तीय वर्ष में एक ऑन-साइट सर्वेक्षण पूरा करने के बाद एक रिपोर्ट प्रकाशित करता रहा है।

राष्ट्र बैंक के अनुसार, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत काम करने वाली कंपनियों में से 238 कंपनियों का नमूना चुनकर सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण और अन्य विवरणों के आधार पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर एक सर्वेक्षण रिपोर्ट, 2079/80 तैयार की गई है। नेपाल में वित्तीय वर्ष 2079/80 में।

सर्वेक्षण से प्राप्त परिणामों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2079/80 के अंत तक नेपाल में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का संतुलन 11.8 प्रतिशत बढ़कर 2 खरब 95.5 अरब रुपये रह गया। कुल विदेशी निवेश में चुकता पूंजी का हिस्सा 52.8 प्रतिशत, भंडार 33.7 प्रतिशत और ऋण का हिस्सा 13.5 प्रतिशत है।

इसी प्रकार, जून 2080 के अंत तक 58 देशों का नेपाल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है। जिसमें सबसे अधिक राशि भारत से एक खरब तीन अरब 45 करोड़ 935 प्रतिशत, उसके बाद 35 अरब 46 करोड़ 912 प्रतिशत, आयरलैंड से 22 अरब 62 करोड़ 9.7 प्रतिशत है अरब 81 अरब 96.4 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश।

नेपाल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का 59.7 प्रतिशत औद्योगिक क्षेत्र में और 40.2 प्रतिशत सेवा क्षेत्र में है। औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत 30 प्रतिशत विदेशी निवेश जलविद्युत क्षेत्र में तथा 29.4 प्रतिशत विनिर्माण क्षेत्र में है। कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का 26 प्रतिशत सेवा क्षेत्र के अंतर्गत बैंकों और वित्तीय संस्थानों और बीमा कंपनियों में है।

नेपाल में बागमती प्रांत में सबसे अधिक प्रत्यक्ष निवेश 59.7 प्रतिशत है, इसके बाद गंडकी प्रांत में 15.1 प्रतिशत, कोशी प्रांत में 14.7 प्रतिशत और मधेश प्रांत में 8.8 प्रतिशत है। सेंट्रल बैंक के मुताबिक लुम्बिनी, करनाली और सुदूर पश्चिम प्रांतों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एक प्रतिशत से भी कम है।

यह पाया गया है कि विदेशी निवेश द्वारा संचालित विनिर्माण कंपनियों की क्षमता उपयोग 60.69 प्रतिशत है। इक्विटी पर रिटर्न लगभग 11.61 प्रतिशत पाया गया है।

Leave a Reply