रतन गुप्ता उप संपादक
हजरत निजामुद्दीन दरगाह में जश्न-ए-चिराग, दीए जलाने पहुंचे RSS नेता इंद्रेश कुमार; चादर भी चढ़ाई
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने निजामुद्दीन दरगाह में जियारत की और चादर चढ़ाई। दरगाह परिसर में उन्होंने दीए भी जलाए गए। इंद्रेश कुमार ने कहा कि पिछले कई वर्षों से मैं धनतेरस के मौके पर यहां दुआएं मांगता हूं और दिया भी जलाता हूं।
देशभर में दिवाली की धूम है। एक तरफ जहां बाजार गुलजार है वहीं दूसरी तरफ नेताओं के दीए जलाने की खबरें भी खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। ऐसी ही एक खबर दिल्ली के हजरत निज़ामिद्दीन दरगाह से आई है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने धनतेरस के मौके पर मंगलवार को दरगाह में जश्न-ए-चिराग का आयोजन किया। इस मौके पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने दरगाह में जियारत की और चादर चढ़ाई। दरगाह परिसर में धनतेरस के मौके पर दीए भी जलाए गए। इंद्रेश कुमार ने कहा कि पिछले कई वर्षों से मैं धनतेरस के मौके पर यहां दुआएं मांगता हूं और दीया भी जलाता हूं। उन्होनें ऊपरवाले वाले से अमन और शांति की दुआ मांगी।
धर्मों में कट्टरता खत्म हो- इंद्रेश कुमार
इंद्रेश कुमार ने कहा कि वो चाहते हैं सब खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़ें और धर्मों में कट्टरता खत्म हो। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारा दुश्मन नहीं दोस्त बने और चीन भी मानसरोवर छोड़कर हमारे साथ आये। उन्होंने कहा कि वो सभी धर्मों के पवित्र स्थानों पर गए हैं लेकिन इससे उनकी आइडेंटिटी को कोई ठेस नहीं पहुंची।
बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर क्या कहा?
वहीं, बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर भी इंद्रेश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर बापू होते तो उनकी आंखें छलक उठती, 1947 में देश बंटा था तो हमने देखा क्या हुआ। उन्होंने कहा इस बयान को देश के लिए देखा जाना चाहिए, ऐसे देखा जाना चाहिए कि हिंदुस्तानी नहीं बटेंगे। कुछ लोग इस तरह के बयान से भड़काने की कोशिश करते हैं तो वो शैतानी काम है