रतन गुप्ता उप संपादक
नौतनवा थाना क्षेत्र हो या नगरपालिका क्षेत्र नौतनवा में फर्जी तरीके से भूमि की खरीद-फरोख्त करने या फिर खरीद फरोख्त में आपत्ति लगाकर रकम की मांग करने वालों का एक गिरोह सक्रिय है। जो भूमि खरीद बिक्री के कागजी नियमों से अंजान लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। तमाम मामले ऐसे आए जिसमें भूमि स्वामी फर्जी होते हैं और दूसरे की भूमि अपना बता उसे बिक्री भी कर देते हैं। इसके अलावा थारू जाति की भूमि को धड़ल्ले से स्टंप पर बेंचे जा रहे हैं। नौतनवा कस्बा और हरदी डाली गांव में कुल 100 एकड़ से अधिक थारू की भूमि मात्र चंद रुपये के स्टांप पर साल भर में लाखों रुपये प्रति डिसमिल की दर से बिक्री कर दी गई। जबकि शासनादेश व नियम के अनुसार थारू जनजाति की भूमि केवल थारू ही खरीद सकता है। भूमि खरीद बिक्री में हुए धांधली और फर्जीवाडे के कई मामले तहसीलदार व उपजिलाधिकारी न्यायालयों में लंबित हैं।
पुलिस ने भी दर्ज किए हैं मुकदमे
केस एक- नौतनवा तहसील क्षेत्र के ग्राम रामनगर में पांच अक्टूबर 2019 में एक एकड़ 13 डिस्मिल भूमि की बिक्री 21 लाख में हो गई। यह मामला खुलकर सामने उस समय आया जब क्रेता भूमि को कब्जाने पहुंचा। विक्रेता ने कहा उसने भूमि ही नहीं बिक्री किया है। कलावती की तहरीर पर आरोपित अभिमंयु साहनी निवासी ग्राम दुर्गापुर, भोला व विनोद परसासुमाली थाना नौतनवा, अधिवक्ता अमरीश निवासी ग्राम अरघा थाना सोनौली तथा महेंद्र प्रजापति, अधिवक्ता अमित सिंह, राजाराम, अवधराज निवासी अज्ञात के खिलाफ धारा कूटरचित दस्तावेज के आधार पर फर्जीवाड़ा करने समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। आप लोगों को बता दें की नौतनवा पुलिस के कारनामे खुफिया विभाग को भी मालूम है । कप्तान साहब को भी सही रिपोर्ट नहीं बताते हैं । भू माफिया से मिली कर अवैध निमार्ण रातों रात करा दे रहे हैं । और इन दिनों मालामाल हो रहे हैं ।भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मिल कार नौतनवा पुलिस के कारनामे को बताये गा । एक पत्र भी देगा ।