लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सपा-बसपा गठबंधन के साथ जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि इनमें एक ‘नागनाथ’ है तो दूसरा ‘सांपनाथ’। इसलिए उनके गठबंधन में शामिल होने का सवाल ही नहीं।
अलबत्ता उन्होंने कहा, भाजपा को हमने 100 दिन का जो समय दिया था, वह 24 फरवरी को पूरा हो जाएगा। इस बीच सरकार अगर सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करते हुए पिछड़ों के आरक्षण के बंटवारा की घोषणा करती है तो ठीक, नहीं तो हम भाजपा से अलग होकर अपनी राह चलने को स्वतंत्र हो जाएंगे।25 फरवरी को सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर देंगे। राजभर ने बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला’ से बातचीत में कहा कि गरीब सवर्णों को आरक्षण देने के मुद्दे पर तो सरकार ने 38 घंटे में फैसला ले लिया, लेकिन गरीब पिछड़ों को उनका हक देने में इतना समय क्यों लगा रही है। गरीब पिछड़ों का हक लूटा जा रहा है और सरकार चुप्पी साधे हुए है। यह कितनी बड़ी विडंबना है कि सरकार में रहते हुए भी हमें अपने अधिकार के लिए लड़ना पड़ रहा है।भाजपा को इसकी परवाह नहीं है। वह तो सिर्फ राम मंदिर व हिंदू-मुसलमान के मुद्दे पर ध्यान लगाए हुए है। इससे लोकसभा चुनाव में भाजपा का बेड़ा पार नहीं होगा। अगर उसे केंद्र में फिर से सरकार बनानी है तो पिछड़ों के आरक्षण में बंटवारा ही एक रास्ता बचा है।