प्रयागराज। लोकसभा चुनाव का समय नजदीक है और इस वक्त राम मंदिर का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। विपक्ष लगातार राम मंदिर मसले को लेकर बीजेपी पर हमलावर है तो वहीं संत समाज में भी नाराजगी देखने को मिल रही है। वहीं अब विश्व हिन्दू परिषद ने बीजेपी को जोरदार झटका दिया है। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष (कार्याध्यक्ष) आलोक कुमार ने कुंभ मेले में कहा है कि अगर कांग्रेस अपने घोषणापत्र में राम मंदिर का मुद्दा शामिल करती है तो हम उसे समर्थन देने पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो प्रतिबंध लगाया है कि संघ के स्वयंसेवक कांग्रेस में नहीं जा सकते, उसे वापस ले। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस अपने दरवाजे तो हमारे लिए खोले। कांग्रेस ने तो अपने दरवाजे हमारे लिए बंद कर रखे हैं। कांग्रेस के साथ जाने के लिए पहले कांग्रेस सेवा दल से जुड़ना होता है। यदि कांग्रेस हमारे लिए अपने दरवाजे खोलती है और अपने चुनावी घोषणा पत्र में राममंदिर निर्माण को शामिल करती है तो हम विचार करेंगे। आलोक कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें लगता था कि सरकार कानून बनाएगी। हमने आग्रह भी किया था और सरकार को कानून लाना भी चाहिए था, लेकिन अब लगता है कि सरकार कानून नहीं लाएगी। कम से कम इस कार्यकाल में तो नहीं ही। इसलिए हम दूसरे विकल्पों के साथ संतों के सामने इस मामले को रखेंगे। 1 फरवरी को धर्म संसद में अब संत ही तय करेंगे कि हमें क्या करना है? जानने योग्य है कि नए साल के पहले सप्ताह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि राम मंदिर का मामला कोर्ट में है, लेकिन 2019 के चुनाव में नौकरी, किसानों की चिंता, भ्रष्टाचार जैसे मसले अहम होंगे