लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानपुर के बरर क्षेत्र में पैथालाजी तकनीशियन की अपहरण के बाद हत्या के मामले में गंभीर रूख अपनाते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिण अर्पणा गुप्ता को निलंबित करने के निर्देश दिये। आधिकारिक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि बरर क्षेत्र में युवक के अपहरण के सिलसिले में कर्तव्यपालन में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी रणजीत राय और चैकी इंचार्ज राजेश कुमार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने अपर पुलिस अधीक्षक अर्पणा गुप्ता और तत्कालीन क्षेत्राधिकारी मनोज गुप्ता को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले में जांच में लापरवाही बरतने के लिए शुक्रवार को एक अपर पुलिस अधीक्षक सहित चार पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपर पुलिस महानिदेशक पीएचक्यू वी पी जोगदंड को निर्देश दिया है कि वह कानपुर जाकर पता करें कि अपहरण की इस घटना में फिरौती की रकम दी गयी थी या नहीं। गौरतलब है कि पिछली 22 जून को बरर पांच निवासी चमनलाल के इकलौते पुत्र संजीत यादव का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने बीती रात खुलासा किया कि अपहृत युवक की उसके दोस्तों ने हत्या कर दी है और शव को पांडु नदी में बहा दिया है। पुलिस ने इस सिलसिले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है। परिजन इस मामले में लगातार पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं।