नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 67वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम द्वारा देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने करगिल युद्ध के 21 साल पूरे होने पर इस जंग में शहीद हुए जवानों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज करगिल विजय दिवस है। पाकिस्तान ने भारत की पीठ में छुरा भोंकने की कोशिश की थी, लेकिन जीत भारत के सैनिकों के हौसले की हुई। हालांकि उस वक्त भारत पाकिस्तान से मित्रता चाहता था, लेकिन पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर करगिल युद्ध का दुस्साहस किया था। इस युद्ध में भारत के सच्चे पराक्रम की जीत हुई। मोदी ने कहा कि दुष्ट का स्वभाव ही होता है हर किसी से बिना वजह दुश्मनी लेना। पाकिस्तान ऐसा ही कर रहा था। उन्होंने कहा कि करगिल ने हमें दूसरा मंत्र दिया है। हमें सोचना है कि हमारा यह कदम उस सैनिक के अनुकूल है, जिसने दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
पीएम मोदी ने कहा कि हम जो सोचते-करते हैं, उससे सीमा पर डटे सैनिक के मन पर गहरा असर पड़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा, यह कसौटी में रहना चाहिए कि हम जो कर रहे हैं, कह रहे हैं, वो सैनिकों का मनोबल बढ़ाए। कभी-कभी हम सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी चीजें फॉरवर्ड करते हैं, जिससे देश का मनोबल गिरता है।
पीएम मोदी ने कहा कि आजकल युद्ध केवल मैदान में ही नहीं लड़ा जाता। पिछले कुछ महीनों से देश कोरोना वायरस से मुकाबला कर रहा है जो प्रशंसनीय है। आज हमारे यहां कोरोना से मृत्यु दर दुनिया के काफी देशों से कम है। प्रधानमंत्री ने कहा, एक भी व्यक्ति का जाना दु:खद है, पर हमने लोगों की मौत पर रोक लगाई है। कोरोना अब भी उतना ही घातक है, जितना शुरू में था। प्रधानमंत्री ने लोगों को फिर एक बार जागरुक करते हुए कहा कि चेहरे पर मास्क, दो गज की दूरी और कहीं थूकना नहीं, इन सभी बातों का ध्यान रखना है। यही हमें कोरोना से बचा सकता है। उन्होंने कहा, इस समय कोरोना वॉरियर्स को याद कीजिए। वे घंटों तक किट पहने रहते हैं। एक तरफ हमें कोरोना से लड़ना है, दूसरी तरफ व्यवसाय को ऊंचाई पर ले जाना है।