लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक डा0 राज शेखर ने परिवहन निगम मुख्यालय से नवीन एस0ओ0पी0 जारी करते हुए बताया कि एक्सप्रेस-वे पर निगम द्वारा ‘ए‘ श्रेणी की बसें ही इस मार्ग पर संचालित की जायेगी। एक्सप्रेस-वे मार्ग पर संचालित बसों में ऐसे चालकों की ड््यूटी लगायी जायेगी जिनका विगत 05 वर्षो का संचालन एवं सुरक्षित संचालन का रिकार्ड अच्छा रहा हो उक्त के अतिरिक्त उनका व्यवहार अनुशासित एवं यात्रियों के प्रति मधुर रहा हो। एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों में उन परिचालकों की तैनाती की जायेगी जो अनुशासित एवं यात्रियांे से मधुर व्यवहार के साथ-साथ संचालन अवधि में सजग रहते हों। एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों की ओवर स्पीडिंग एवं दुर्घटनाओं का मासिक डेटा यूपीडा एवं जमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण से प्राप्त कर अध्ययन उपरान्त आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। यूपीडा द्वारा दिये गये सुझाव पर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर संचालित सभी बसें लखनऊ से प्रथम टोल प्लाजा के उपरान्त मार्ग पर सड़क के किनारे स्थित कनविनियन सेन्टर पर प्रत्येक 200 किमी0 के उपरान्त 10 मिनट के लिये यात्रियों को प्रसाधन एवं अल्पहार हेतु 10 मिनट का ठहराव सुनिश्चित किया जायेगा। यह व्यवस्था आगरा से वापस लखनऊ आने वाले सेवाओं पर भी सुनिश्चित किया जायेगा। लखनऊ-आगरा एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर राउंड द क्लॉक फ्लाइंग स्क्वायड की तैनाती की जायेगी जिनके द्वारा निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर उ0प्र0 राज्य सड़क परिवहन निगम की संचालित बसों से विगत तीन वर्षो में घटित दुर्घटनाओं के स्थलीय निरीक्षण के उपरान्त कारणों की सूचना का अध्ययन एवं फील्ड के अधिकारिओं से परामर्श उपरान्त विशेषज्ञों से राय प्राप्त कर मुख्यालय स्तर पर दुर्घटनाओं के निगरानी हेतु प्रधान प्रबन्धक स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में दुर्घटना ।बबपकमदज चतमअमदजपवद बमसस का गठन किया गया है।