मेक्सिको
अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-एक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल धरती पर लौट आया है। इसके जरिये नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को समुद्र में उतारा गया। इस तरह की लैंडिंग को अंतरिक्ष विज्ञान की भाषा में स्प्लैश डाउन कहा जाता है। 45 साल में पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों ने स्प्लैश डाउन किया है। पिछली बार 1975 में अमेरिका-सोवियत संघ के अपोलो-सोयुज संयुक्त मिशन के तहत ऐसा किया गया था। इस सफलता के साथ ही एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स के लिए अगले महीने एक और लॉन्च तथा अगले साल तक पर्यटकों के साथ अंतरिक्ष यान भेजने का रास्ता साफ हो गया। टेस्ट पायलट डग हर्ले और बॉब बेनकेन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) से रवाना होने के 24 घंटे के भीतर इस ड्रैगन कैप्सूल को लेकर मेक्सिको की खाड़ी में उतरे। यह कैप्सूल दो महीने पहले फ्लोरिडा से रवाना हुआ था। नासा द्वारा जारी एक वीडियो में इस अंतरिक्ष यान को आइएसएस से निकलता हुआ देखा गया था। बेनकेन और हर्ले ने 63 दिन बाद पृथ्वी पर वापसी की है। दोनों यात्री अपने साथ एक अमेरिकी झंडा लेकर लौटे, जिसे नौ साल पहले अंतरिक्ष में भेजा गया था। वे नीले और बैंगनी रंग का डायनासोर भी वापस ला रहे हैं, जिसका नाम ट्रेमर है। दरअसल, ऐतिहासिक मिशन पर रवानगी के समय उनके बच्चों ने साथ ले जाने के लिए यह खिलौना दिया था। 30 मई को रात एक बजे अमेरिका के केनेडी स्पेस सेंटर से क्रू ड्रैगन को फॉल्कन-9 राकेट के जरिये अंतरिक्ष में भेजा गया था। अगले दिन यह स्पेस स्टेशन पर पहुंच गया था। इसके साथ ही स्पेस-एक्स ऐसा करने वाली पहली निजी कंपनी बन गई। स्पेस-एक्स अब अंतरिक्ष यात्रियों को वापस धरती पर लाने वाली भी पहली निजी कंपनी होने जा रही है। धरती के लिए रवाना होने से कुछ घंटे पहले बेनकेन ने कहा कि स्पेस-एक्स की लांचिंग बहुत कठिन थी, लेकिन हमारी वापसी उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। 63 दिनों के प्रवास में दोनों यात्रियों ने अंतरिक्ष में 100 घंटे काम किया और चार बार चहलकदमी की। इन्होंने स्पेस स्टेशन के पावर ग्रिड में नई बैटरियां लगाने और हार्डवेयर से जुड़े दूसरे कामों में भी हाथ बंटाया।