जोधपुर । जिले के देचू थाना इलाके के लोड़ता अचलावता गांव में एक खेत में बने घर में रविवार को पाकिस्तान से विस्थापित एक ही परिवार के 11 लोगों के शव मिले। यह लोग ट्यूबेल वाले खेत में करसा का काम करते थे यानि मालिक के लिए खेतीबाड़ी करते थे। मौत के कारणों का खुलासा अभी नहीं हुआ है। लेकिन खुदकुशी या किसी जहरीली गैस या जहरीला खाना खाने से इनकी मौत की संभावना जताई जा रही है।
परिवार का एकमात्र सदस्य 37 वर्षीय केवलराम जिंदा बचा है। वह रात को घर से दूर जाकर सो गया था। सुबह जब घर पहुंचा तो स्तब्ध रह गया। उसके चिल्लाने पर आसपास के खेतों से लोग भागकर मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर घर के आसपास का पूरा इलाका सील कर दिया है। पुलिस केवलराम से पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक मामले का खुलासा नहीं हो पाया है।
मृतकों में केवलराम के पिता 75 वर्षीय बुधाराम, माता 70 वर्षीय अंतरा देवी, केवलराम की तीन बहनें 40 वर्षीय लक्ष्मी, 25 वर्षीय पिया, और 22 वर्षीय सुमन, भाई 35 वर्षीय रवि, केवलराम की बेटी 5 वर्षीय दिया, बेटे 10 वर्षीय दानिश, और 11 वर्षीय दयाल, जबकि सुरजाराम की बेटियां 17 वर्षीय तैन और 16 वर्षीय मुकद की मौत हो गई है।