कुशीनगर ! उत्तर प्रदेश के महराजगंज के सोहगीबरवा वन्य जीव सेंक्चुरी में पहली बार बाघ और तेंदुए के बीच वर्चस्व को लेकर जंग छिड़ गई। दोनों की गुर्राहट से जंगल गूंज उठा। देर साम तक दोनों एक-दूसरे से लड़ते रहे लेकिन आखिरकार बाघ की ताकत के आगे तेंदुए ने दम तोड़ दिया।
वन विभाग की टीम को मौके से तेंदुए का क्षत-विक्षत शव मिला। अधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। सोहगीबरवा सेंक्चुरी का शिवपुर रेंज बिहार के वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व से जुड़ा है। यह सेंक्चुरी का कोर जोन भी हैं। यहां टाइगर, तेंदुआ आदि प्रजाति के मांसाहारी वन्य जीवों की मौजूदगी के प्रमाण मिल चुके हैं। शिवपुर रेंज के वन कर्मियों के मुताबिक शनिवार को जंगल के अंदर टाइगर और तेंदुए की गुर्राहट की आवाजें लगातार आ रही थीं। उनके बीच संघर्ष चल रहा था। सूचना के बाद निचलौल एसडीओ घनश्याम राय, शिवपुर रेंजर वन्य जीव रक्षकों के साथ मौके पर पहुंचे। शनिवार की देर रात में छानबीन शुरू हुई। इस दौरान बेंत की झाड़ी के अंदर एक तेंदुए का क्षत-विक्षत शव मिला। तेंदुए की आंत बाहर निकली हुई थी। शरीर के कई हिस्से का मांस गायब था। वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने की तैयारी शुरू कर दी है।इस संबंध में डीएफओ पुष्प कुमार ने बताया कि वन्य जीव संघर्ष में तेंदुए की मौत हुई है। शनिवार की रात इन जीवों के गुर्राहट की आवाज सुनाई दे रही थी। तेंदुए के शव को कब्जे में ले लिया गया है। इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है।