पटना
बिहार में लॉकडाउन छह सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। राज्य में लॉकडाउन में कोई छूट नहीं मिली है। उच्चस्तरीय बैठक के बाद गृह विभाग ने आदेश जारी किया। इसमें कोरोना की रोकथाम के लिए 30 जुलाई को जारी किया गया आदेश ही प्रभावी होगा। वैसे बिहार में व्यवसायिक और निजी प्रतिष्ठानों को खोलने की इजाजत पहले से मिली है। वहीं, दफ्तरों में कर्मचारियों की संख्या भी 33 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी गई थी। पार्क, जिम और शिक्षण संस्थानों पहले की तरह ही बंद रखे गए हैं। सोमवार को इस बाबत नया आदेश जारी किया गया। पहले माना जा रहा था कि पाबंदियों में कुछ ढील दी जा सकती है लेकिल ऐसा नहीं हुआ। बिहार में अभी रात्रि कर्फ्यू जारी है।
बिहार में कोरोना के पहले मरीज की पहचान 22 मार्च को हुई थी और उस दिन से अबतक 147 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार हो गयी। 15 अगस्त को कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख एक हजार 906 हो गई तो 16 अगस्त को यह बढ़कर एक लाख 04 हजार 93 हो गई। 15 अगस्त को संक्रमण की दर 3.1 फीसदी हो गई। इन दिनों जांच की संख्या में बढ़ोतरी हुई और कुल संक्रमितों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई। हालांकि संक्रमण की दर में उतार-चढ़ाव होते रहे। 18 जून को जब राज्य में 5182 सैम्पल की जांच हुई तो संक्रमित 6993 थे। उस दिन 100 नए संक्रमितों की पहचान की गई थी। इसलिए उस दौरान संक्रमण की दर 1.92 फीसदी दर्ज की गई। करीब एक महीने में राज्य में जांच की संख्या के अनुपात में संक्रमितों की संख्या बढ़ गयी। 14 जुलाई को 10 हजार 18 सैम्पल की जांच हुई जबकि उस वक्त कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18,553 हो गई थी। हालांकि, उस दिन 1432 नए संक्रमितों की पहचान की गई थी और संक्रमण दर बढ़कर 14.29 फीसदी हो गई थी।