नई दिल्ली। चीन और पाकिस्तान की तरफ से बढ़ते खतरे को देखते भारत ने अपने लड़ाकू विमान तेजस को पश्चिमी सीमा पर तैनात कर दिया है। सूत्रों के अनुसार लालकिले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन और इशारों को देखते हुए भारतीय सेना ने यह कदम उठाया है। तेजस ध्वनि की रफ्तार से भी तेज उड़ने वाला लड़ाकू विमान है। इसका वजन करीब साढ़े 6 हजार किलो है। ये साढ़े तीन टन विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है। तेजस हवा से हवा और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें भी दागने में सक्षम है। इससे एंटी शिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लॉन्च किए जा सकते हैं।
दिन हो या रात ये किसी भी समय उड़ान भर सकता है। तेजस में हवा में ईधन भरने की तकनीक मौजूद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से बता चुके हैं कि बॉर्डर पर चुनौतियों की भरमार है। चुनौतियां असमान्य हैं लेकिन हमें LAC से LoC तक तैयारी पूरी रखनी है। LAC से LoC तक हमारे जवान दुश्मनों को उन्हीं की भाषा में जवाब भी दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत ने कई बड़े कदम उठाए हैं। हाल ही में 100 से ज्यादा सैन्य उपकरणों के आयात पर हमने रोक लगा दी है। इनमें मिसाइलों से लेकर हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर, असॉल्ट राइफल से लेकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सभी मेक इन इंडिया के तहत बनाए जा रहे हैं। तेजस लड़ाकू विमान अपनी तेजी और ताकत दिखाने के लिए आधुनिक जरूरतों के हिसाब से देश में ही तैयार हो रहा है।
भारतीय वायुसेना ने तेजस लड़ाकू विमान को पश्चिमी मोर्चे पर तैनात कर दिया है। तेजस अनेक भूमिकाओं को निभाने के लिए सक्षम फाइटर जेट है। चीन और पाकिस्तान सीमा के करीब तेजस फाइटर जेट को तैनात किया गया है। लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के 72 घंटे बाद ही तेजस की बॉर्डर पर तैनाती हुई है। सीमा पर चीन और पाकिस्तान से तनाव के बीच तेजस की तैनाती भारत के पराक्रम पर सबसे बड़ी खबर है।
भारतीय वायुसेना ने अपने एक और पवनपुत्र को बॉर्डर के पास तैनात कर दिया. ये बड़ा कदम क्यों उठाया गया? इसका जवाब 15 अगस्त को लाल किले से दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से मिलता है। आपको बता दें कि पश्चिमी मोर्चे पर तेजस की तैनाती का मतलब बड़ा है। पश्चिमी मोर्चे का मतलब राजस्थान-दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तक होता है। तेजस के निशाने पर पाकिस्तान के साथ-साथ चीन भी है।