कोलकाता
पश्चिम बंगाल सरकार अपने दम पर ताजपुर में गहरे समुद्री बंदरगाह का विकास करेगी। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि गहरे समुद्र के बंदरगाह के लिये राज्य सरकार के साथ भागीदारी करने वाली कंपनियों का फैसला बोली के माध्यम से किया जायेगा। मंत्रिमंडल ने इस बहुप्रतीक्षित परियोजना को मंजूरी दे दी। बनर्जी ने यह घोषणा अप्रैल-मई 2021 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले की है। उन्होंने कहा कि परियोजना से रोजगार सृजन, निर्यात और आयात तथा व्यापार के अवसर उत्पन्न करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा हम कई वर्षों से ताजपुर में एक गहरे समुद्र के बंदरगाह का निर्माण करने की कोशिश कर रहे हैं।
हमने केंद्र सरकार से बंदरगाह के निर्माण के लिये अनुरोध किया था, लेकिन सुस्त रवैये के कारण दो साल बर्बाद हो गये और आखिरकार उन्होंने परियोजना शुरू नहीं की। वास्तव में हम ताजपुर बंदरगाह के निर्माण के लिये केंद्र के साथ 74:26 प्रतिशत की हिस्सेदारी के प्रस्ताव पर सहमत हुए थे। बदले में हमने गंगा सागर में एक लोहे के पुल के निर्माण के लिये अनुरोध किया था। केंद्र ने इसके लिए सहमति व्यक्त की थी, लेकिन फिर वापस ले लिया। अत: हमने इसे खुद विकसित करने का फैसला किया। मंत्रिमंडल ने आज इसे मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री ने जनवरी में कहा था कि केंद्र सरकार की देरी के बाद राज्य सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर खुद इस बंदरगाह को विकसित करने की योजना बना रहा है।