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LAC हालात को लेकर रक्षामंत्री ने तीनों सेना प्रमुखों और सीडीएस के साथ की उच्चस्तरीय बैठक

नई दिल्ली
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ भारी तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, तीनों सेना के प्रमुख और शीर्ष रक्षा अधिकारी साउथ ब्लॉक में हुई इस उच्च स्तरीय बैठक में मौजूद रहे। यह बैठक ऐसे वक्त पर हुई है जब पूर्वी लद्दाख में शुक्रवार सुबह 11 बजे से चीन और भारत के बीच ब्रिगेड कमांडर्स स्तर की बातचीत चल रही है। दोनों देशों के बीच ऐसी बातचीत सोमवार-मंगलवार को छोड़कर रोजाना आधार पर हो रही है, जब एलएसी पर रेजांग ला के आसपाच चीन ने भड़काऊ कार्रवाई की थी। सूत्रों के मुताबिक, इस बातचीत का उद्देश्य रोजाना की गतिविधियों को साझा किए जाना और मतभेद दूर करने के लिए बातचीत के दरवाजों को खुला रखना है। इस हफ्ते के शुरू में हुए ग्राउंड कमांडर्स स्तर की बातचीत के दौरान दोनों पक्षों की तरफ से कॉर्प्स कमांडर्स स्तर की बातचीत पर सहमति बनी थी। हालांकि, अभी समय और तारीख का फैसला किया जाना अभी बाकी है, लेकिन जून से अब तक यह छठी बैठक होगी। गौरतलब है कि एलसी पर चीन की आक्रामक कार्रवाई के खिलाफ भारत की तरफ से जोरदार जवाब दिया जा रहा है। एक दिन पहले जहां भारतीय सेना से पैंगोंग त्सो में ऊंचाई वाली जगहों पर कब्जा किया है, वहीं दूसरी तरफ मॉस्को में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से इतर भारतीय विदेश मंत्री की उनके चीनी समकक्षीय विदेश मंत्री के साथ करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक बैठक हुई।
इससे पहले मॉस्को में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की चीनी रक्षामंत्री के साथ लंबी बातचीत हुई थी। हालांकि, उस बातचीत के दौरान कुछ भी नतीजा नहीं निकल पाया था। लद्दाख में मई के महीने से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। 16 जून को गलवान हिंसा के बाद दोनों देशों की बीच रिश्ते और बिगड़े है, जब सीमा पर चार दशक में पहले बार भारत-चीन सीमा पर जवान शहीद हुए। दोनों तरफ से टैंक, भारी संख्या में जवान और लड़ाकू विमानों की तैनाती की गई। लेकिन, तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बीच लगातार बातचीत चल रही है।

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