ताइपे
चीन की आक्रामक नीति से ताइवान भी परेशान हो चला है। यही वजह है कि ताइवान के रक्षा मंत्री ने चीन को धमकी दे डाली। ताइवान के रक्षा मंत्री और उप-राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने कहा कि चीन अपनी हद में रहे। लाई ने यह चेतावनी चीन को तब दी जब उसके एयर स्पेस में चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी एयरफोर्स (पीएलएएएफ़) के लड़ाकू विमान लगातार घुसपैठ कर रहे थे। लाइ चिंग-ते ने ट्वीट कर चीन से कहा कि चीनी जेट्स ने 10 सितंबर को ताइवान के एयर डिफेंस आईडेंटिफिकेशन जोन में घुसपैठ की थी। इस घटना के साथ ही ताइवान ने चीन को सीमा रेखा न लांघने को कहा है। चीन ने जापान के एयरस्पेस में भी इस साल कई बार घुसपैठ करने की कोशिश की है लेकिन उसे हर बार मुंह की खानी पड़ी है। लाइ चिंग ते ने यह ट्वीट तब किया जब चीन के लड़ाकू विमान कई बार उसके एयरस्पेस में घुसपैठ बना रहे थे। चीन ने फिर से अपने लड़ाकू विमान ताइवान के एयर डिफेंस आईडेंटिफिकेशन जोन में भेजे थे। लाई ने कहा कि ताइवान शांति चाहता है इसलिए चीन कोई गलती ना करे क्योंकि वह अपने लोगों की रक्षा भी करेगा।’ मीडिया की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि ताइवान ने पहले भी कई बार चीन को वॉर्निंग दी है कि वह अपने एयरक्राफ्ट को उसके एयरस्पेस से दूर रखे। इससे पहले ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से बताया गया था कि चीनी फाइटर जेट्स ने ताइवान के दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्र में लगातार दो दिनों तक घुसपैठ की है। ताइवान आईडेंटिफिकेशेन जोन जो मुख्य ताइवान और ताइवान के नियंत्रण में आने वाले प्रतास द्वीप पर आता है, वहां पर जेट दाखिल हुए थे। ताइवान की तरफ से बताया गया है कि जेट्स सुखोई-30 और जे-10 फाइटर जेट्स थे। रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि चीन हमारी दृढता और देश की सुरक्षा करने की क्षमता को कम करके मत देखे। पीएलए ने ताइवान के दक्षिणी-पश्चिमी एयर डिफेंस आईडेंटिफिकेशन जोन में लगातार दो दिन तक मिलिट्री एक्सरसाइज की है, क्षेत्रीय शांति और एविएशन की सुरक्षा को खतरे में डाला है।