मुंबई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर हमला बोला। उद्धव ने भाजपा को उनकी 11 महीने पुरानी सरकार को गिराने की चुनौती भी दी। उन्होंने कहा, ”अगर आपमें हिम्मत है तो मेरी सरकार गिराकर दिखाएं”। उद्धव ने कहा, पहले भाजपा केंद्र में अपनी सरकार को बचाए। महाराष्ट्र के सीएम ने कहा, अगर भाजपा की देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के बजाय सरकारें गिराने में दिलचस्पी रही तो देश में अराजकता फैल जाएगी। उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी का नाम लिये बिना कहा, ‘पहले कोई विकल्प नहीं होने की बात के बजाय लोगों ने अब सोचना शुरू कर दिया है कि आपको छोड़कर कोई और करेगा’। उन्होंने कहा, ‘अर्थव्यवस्था में सुधार के बजाय सरकारों को गिराने के लिए कदम उठाये गये। हम अराजकता की ओर बढ़ रहे हैं’। मुख्यमंत्री ने कहा, शिवसेना को सत्ता का लोभ नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘देश में जब महामारी फैल रही है तब कोई राजनीति कैसे कर सकता है? शिवसेना के हिंदुत्व पर सवाल उठाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस की छवि खराब की जा रही है’। रविवार को ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के नागपुर में दिये संबोधन का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदुत्व शब्द को पूजा परिपाटियों से जोड़कर तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता है’। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हिंदुत्व पर बयान को लेकर निशाना साधते हुए कहा, ‘उनकी तरह काली टोपी पहनने वाले लोगों के पास अगर दिमाग है तो उन्हें इस बात को समझना चाहिए’। ठाकरे ने कहा, ‘मुझे स्थानों को बंद करने में कोई खुशी नहीं मिलती। प्रतिबंध हटाने का काम सावधानी पूर्वक और धीरे-धीरे किया जा रहा है’। उद्धव ठाकरे ने कहा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक समय ‘संघ मुक्त भारत’ की वकालत की थी और 2014 में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी ‘धर्मनिरपेक्ष चेहरे’ को पेश करने की मांग की थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘क्या नीतीश ने हिंदुत्व का चोगा पहन लिया है या भाजपा अब धर्मनिरपेक्ष हो गयी है’।