पटना
बिहार में जदयू और भाजपा की सरकार ने किसानों के साथ लगातार धोखाधड़ी की है और किसानों को बर्बाद कर दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करने के लिए विवश कर दिया है।
बिहार के सहकारी विभाग के हालिया आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर तक राज्य में सिर्फ 2922 किसान ही अपनी धान की फसल सरकारी क्रय केंद्रों में बेच पाए हैं। जमुई, लखीसराय, सारण, शेखपुरा और सीतामढ़ी जैसे जिलों में तो सरकारी क्रय केंद्रों में धान बेचने वाले किसानों की संख्या दहाई में भी नहीं पहुंच पायी है।
अभी तक सिर्फ 23500 मीट्रिक टन धान की ही खरीद हुई है, जबकि सरकार का दावा है कि उसने इस बार कुल 45 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है।
कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा, नीतीश सरकार बिहार के किसानों के साथ धोखा देना बंद करे और अब तक की धोखाधड़ी के लिए राज्य की जनता से माफी मांगे।