वाशिंगटन
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है। नव निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडेन 20 जनवरी से पदभार संभालेंगे। इसके बावजूद वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी हार मानने को तैयार नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद पर बने रहने के लिए नई-नई जुगत भिड़ाने में लगे हुए हैं। वहीं, अमेरिका में एक ऑडियो टेप ने हड़कंप मचा रखा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया के चुनाव अधिकारी को फोन करके चुनाव परिणाम ‘बदलने’ का दबाव डाला था। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद अमेरिका की राजनीति में भूचाल सा आ गया है और इसकी तुलना वाटरगेट कांड से की जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप का एक टेप सामने आया है, जिसमें ट्रंप ने जॉर्जिया के सेक्रटरी ऑफ स्टेट और रिपब्लिकन नेता ब्राड रफेनस्पेर्गर को फोन करके चुनाव परिणाम बदलने का दबाव डाला था। ट्रंप कह रहे हैं कि मैं बस यही चाहता हूं कि आप इसे करो। मैं केवल 11,780 वोटों की तलाश करना चाहता हूं, यह जो हमारे पास है, उससे ज्यादा है। इस टेप में डोनाल्ड ट्रंप को जवाब देते हुए रफेनस्पेर्गर कह रहे हैं कि जॉर्जिया के नतीजे सही हैं, अब कुछ नहीं हो सकता। इसी टेप में डोनाल्ड ट्रंप, रफेनस्पेर्गर को धमकी भी दे रहे हैं कि अगर वह उनका काम करने में विफल रहता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
गौरतलब है कि डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने राष्ट्रपति चुनावों में जॉर्जिया प्रांत में जीत हासिल की है. अमेरिका के सभी 50 राज्यों के इलेक्टोरल कॉलेज में जो बाइडन को 306 वोट मिले हैं,जबकि ट्रंप के हिस्से में 232 वोट आए थे। राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए इलेक्टोरल कॉलेज के 270 मतों की जरूरत होती है। डोनाल्ड ट्रंप के इस टेप के सामने आने के बाद बवाल शुरू हो गया है। जो बाइडन कैंप ने ट्रंप के फोन कॉल को अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला बताया। वहीं, अमेरिका के वॉटरकांड का खुलासा करने वालों में शामिल पत्रकार कार्ल बेरन्स्टेन ने इसे अमेरिकी राजनीति में तूफान लाने वाले वॉटरगेट कांड से भी खराब बताया है।