पटना
कोरोना वैक्सीन पर राजनीति की रार अब बिहार तक जा पहुंची है। बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भाजपा पर कोरोना वैक्सीन विकसित करने का श्रेय लेने का आरोप मढ़ा। साथ ही यह भी कहा, जिस तरह वैक्सीन को लेकर संशय व्यक्त किया जा रहा है, उसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को सबसे पहले वैक्सीन लगवानी चाहिए। कांग्रेस नेता के इस बयान पर जदयू ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, अगर कांग्रेस को वैक्सीन पर विश्वास नहीं है, तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विदेश गए हैं, वह वहां से ही कोरोना वैक्सीन ले आएं।
बता दें, डीसीजीआई विजय सोमानी ने रविवार को कोविशील्ड और कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर समेत राशिद अलवी ने इस पर बयानबाजी शुरू कर दी। फिर तो समाजवादी पार्टी भी इसमें कूद गई और अब इसकी रार बिहार तक जा पहुंची है।
बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने निशाना साधते हुए यह आरोप लगाया कि देश में आई वैक्सीन का श्रेय भाजपा लेने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने कोरोना वैक्सीन तैयार कर ली है। दरअसल ये दोनों कंपनियां कांग्रेस के जमाने में ही स्थापित हुई थीं। उन्होंने कहा, ‘नए साल में दो कोरोना वैक्सीन आई हैं, यह खुशी की बात है। हालांकि इसको लेकर लोगों के बीच संशय भी है। इस संशय को दूर करना होगा। जिस तरीके से रूस और अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने पहला टीका लेकर लोगों को विश्वास में लिया है। ऐसे में मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता को पहला टीका लेकर लोगों का विश्वास जीतना चाहिए’। अजीत शर्मा ने यह भी कहा, ‘वैक्सीन आने के बाद भाजपा हर तरफ थाली पिटवा रही है और खुशी मना रही है, लेकिन कांग्रेस को भी श्रेय मिलना चाहिए क्योंकि कांग्रेस के ही कार्यकाल में ये दोनों कंपनियां स्थापित हुई थीं’। इस पर फिलहाल बिहार भाजपा ने तो कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की, लेकिन जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, ‘अजीत शर्मा का बयान कांग्रेस के रवैये को परिलक्षित करता है। अगर कांग्रेस को स्वदेशी कोरोना वैक्सीन पर भरोसा नहीं है, तो विदेश यात्रा पर गए अपने शीर्ष नेता राहुल गांधी को कहें कि वह विदेश से ही वैक्सीन का टीका लेकर आएं’।