रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल
भारत नेपाल बाडर पर स्तिथ पकलिहवा नेपाल से फरेनी बाजार.जाने बाले नेपाली नागरिको भारतीय समान खरिदने नही जाने देने पर दोनो तरफ तनवा बन गया है । सीमावर्तीय क्षेत्रो मे संनाटा पसरा है । वही नेपाल के भैरहवा उद्दोग बाणिज्य संघ के अध्यक्ष का कहना है की भारतीय क्षेत्रो से समान खरिद कर नेपाल लाने से नेपाल के व्यपारी का सामान नही बिक रहा है रोजगार बन्द हो गये भारतीय सीमा क्षेत्र से सामान न आने से अब नेपाली दुकानो की बिक्री होने लगी है । भारत नेपाल के दोनो तरफ अपने अपने देशो मे सामान बिक्री को लेकर व्यपारीयो का संगर्ष जारी है । भारतीय सीमा से अधिकतर समान जो बिकते है वह नेपाल ही जाते । अब वही नेपाल प्रशासन नेपाल के ब्यापरियी से मिलकर अब नेपाली नागरिको को भारत आने से ही रोक रहा है,जिस की निंदा सींमा के दोनो और हो रही हैं।सोनोली नगरपंचायत मे हफ्ते मे दो दिन लगने वाले फरेनी बाजार का कत ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला,सीमापार नेपाल से सैकड़ो लोग फरेनी बाजार और भारत के आस पास गाँव मे अपने रिस्तेदारो के यहाँ पकलिहवा डंडा हेड के रास्ते आना चाह रहे थे,पर नेपाल प्रशाशन ने डंडे के बल परसबको रोक दिया और इस रास्ते से भारत आने नही दिया,इस रास्ते से पहले से वर्षों से लोगो का आनाजाना है,क्यो की पकलिहवा नेपाल मे पहले छोटी भंसार कार्यालय नेपाल की थी।ब्यापार मण्डल अध्यक्ष विजय रौनियार ने कहा नेपाल प्रसाशन अनुचित कदम उठा रहा है,नागरिको को रोक कर दोनो देशो की टीटी संधि और रोटी बेटी के रिश्ते को तार तार कर रहा है,नेपाल प्रशासन के इस कदम से दोनो देशो के रिश्ते खराब हो रहे है।समाजसेवी अखिलेश त्रिपाठी ने कहा नागरिको को आने से नही रोकना चाहिए,उनको लगता है खरीदारी कर कर भारत से सामान ला रहे है तो कस्टम शुल्क वशूल सकते है,आम नागरिकों को भारत आने से रोकना निदनीय कार्य है।नौतनवा तहसील ब्यापार मंडल अध्यक्ष सुबाष जायशवाल ने कहा नेपाल प्रसाशन भारतपाकिस्तान सींमा बनाने पर तुला है,कहा नियम की कढ़ाई करे ना की नागरिको को भारत आने से रोके वह भी डंडे के बल पर।भारत नेपाल के दोनो देशो के व्यपारी नेता अपने अपने व्यपारीयो के हित मे लडा लड रहे है । इस समय बाडर पर तनाव बना है ।