रिपोर्टर रतन गुप्ता
वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार लखनऊ होकर गोरखपुर पहुची देखने वालों की भीड़ लग गई। वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन गोरखपुर से शुरू होगा। यह ट्रेन अयोध्या होकर लखनऊ तक चल सकती है। हालांकि पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी वंदे भारत को अयोध्या से लखनऊ के साथ प्रयागराज को भी जोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पीएम मोदी सात जुलाई को हरी झंडी दिखा सकते हैं।
देश की पहली सेमी हाइस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में गोरखपुर और लखनऊवासियों के सफर का सपना जल्द पूरा होगा। गोरखपुर लखनऊ को वंदे भारत एक्सप्रेस का तोहफा जल्द मिलेगा। रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला से निकली वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार लखनऊ में दौड़ती दिखी।
जब यह ट्रेन ऐशबाग होते हुए बादशाहनगर से गोमतीनगर के रास्ते गोरखपुर की ओर दौड़ी तो लोग देखते ही रह गए। वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन गोरखपुर से शुरू होगा। यह ट्रेन अयोध्या होकर लखनऊ तक चल सकती है। हालांकि पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी वंदे भारत को अयोध्या से लखनऊ के साथ प्रयागराज को भी जोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
इसे लेकर पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियों की संयुक्त बैठक शनिवार को हुई है। उनकी सहमति मिलते ही अंतिम रूप से रूट और टाइम टेबल तय करते हुए इसकी अधिसूचना रेलवे बोर्ड जारी करेगा। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि सात जुलाई के वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो सकता है। इसके लिए रूट और टाइम टेबल तय हो रहा है।
वंदे भारत गोरखपुर से लखनऊ को जोड़ेगी। हालांकि अयोध्या और प्रयागराज को कनेक्ट करने के लिए मंथन चल रहा है। वंदे भारत को आरंभ करने से पहले उसका रूट ट्रायल भी किया जाएगा। इस ट्रायल में आरडीएसओ के साथ मंडल के अधिकारी भी शामिल होंगे। उनकी रिपोर्ट से हर सेक्शन पर वंदे भारत की गति सीमा को तय किया जाएगा।