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नेपाल से सरयू नदी में छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी….बाराबंकी में मचा हड़कंप, अलर्ट किया जारी


रिपोर्टर रत्न गुप्ता‌ /सोनौली/नेपाल
बाढ़ प्रभावित हैं इन जगहों पर हमारी चार मेडिकल मोबाइल वैन लगी है जो समय समय पर अलग-अलग क्षेत्र में जाती हैं. बाढ़ क्षेत्र में 50 बाढ़ चौकिया स्थापित की गई हैं जिनमे से 74 एनम 103 आशा बहुओं को लगाया गया है

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में हर साल सरयू नदी में नेपाल से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं और हजारों बीघा खेती जलमग्न हो जाती है. जिससे लोगों पर दोहरी मार पड़ती है. वही मंगलवार की सुबह नेपाल से करीब दो लाख चालीस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. पानी छोड़े जाने की जानकारी होते ही बाढ़ पीड़ितों में हड़कंप मच गया.

दरअसल, मंगलवार की रात कोशारदा बैराज में दो लाख चालिश हजार क्यूसेक पानी सुबहगिरजा बैराज से सरयू नदी में छोड़ा गया, ऐसे में सरयू का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा और बुधवार की सुबह तक नदी का पानी आसपास के क्षेत्रों में बढ़ने लगा है. जिसको देखते हुए लोगों ने बाढ़ के डर से घरों का सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है.

टोल फ्री नंबर भी जारी

बाढ़ जैसी आपदा से बचाने के लिए प्रशासन ने बाढ़ इलाके में दस बाढ़ चौकी 18 राहत शिविर बनाए गए हैं और बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए 253 नाव की व्यवस्था की गई है और गांव में बिजली आपूर्ति ठप ना हो इसके लिए विद्युत विभाग की दो टीमें लगाई गई हैं. बाढ़ के समय लोगों को भोजन की दिक्कत ना हो इसके लिए राशन किट तैयार कराई जा रही हैं. मवेशियों के लिए भूसे का भी इंतजाम किया जा रहा है और जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी संचालित किये गये है. वही बाढ़ आपदा में किसी प्रकार की सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 0528-226017- 1077 भी जारी कर दिया गया है किसी भी गंभीर परिस्थिति में इस नम्बर आप कॉल करेंगे तो आपकी मदद की जाएगी.

बाढ़ चौकिया स्थापित की गई

वही बाराबंकी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवधेश कुमार यादव ने बताया जिले में चार क्षेत्र बाढ़ प्रभावित हैं इन जगहों पर हमारी चार मेडिकल मोबाइल वैनलगी है जो समय-समय पर अलग अलग क्षेत्र में जाती हैं. बाढ़ क्षेत्र में 50 बाढ़ चौकिया स्थापित की गई हैं. जिनमे से 74 एनम 103 आशा बहुओं को लगाया गया है. इसके अलावा मेडिकल टीम भी लगाई गई है.

3 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित होती हैं

अपर जिलाधिकारी ने बताया की जिले में 3 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित होती हैं. जिसको देखते हुए हम लोगों ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है. जितने भी हमारे बाढ़ संबंधित अधिकारी हैं और गोताखोर उनकी ट्रेनिंग पूरी कर ली गई है. बाढ़ चौकियां शिविर सब पूरी तौर से संचालित कर लिए गए हैं और हमारे कंट्रोल रूम चालूहैं हम किसी भी स्थित से निपटने के लिए तैयार हैं किसी भी संपत्ति यह जान की क्षति नहीं होने देंगे.

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