रिपोर्टर रतन गुप्ता
भारत नेपाल बार्डर सोनौली हमेशा से चर्चा में रहता है जब , सोना ,चरस ,गांजा आतंकी इस बार से जाने के बाद भारत में पकड़े जाते हैं तो लोगों जानकारी होती है की कड़ी सुरक्षा के बाद कैसे हो गया सेबी ,पुलिस ,कस्टम ,सुरक्षा एजन्सई सभी बार पर तैनाद है । सरकार इनपर करोड़ों खर्च करती आ रही है । नेपाल सूत्रों को माने तो इस समय नेपाल से भारत में यूरेनियम भेजे जा रहे हैं जो शक्तिशाली बम बनाने में प्रयोग होता है । अब भारत में यूरेनियम किसके पास जा रहा है भारत में बम बइस्पओर्ट करें का साजिश तो नहीं चल रही है । इसकी उच्च अस्तरई खोज करना जरुरी है । एक घटना बहुत पहले बिहार बार पर हुआ है । जो नेपाल से यूरेनियम भारत जा रहा था उसके पहले पकडा गया । नेपाल की राजधानी काठमांडू के रास्ते भारत लाई जा रही दो किलो यूरेनियम की खेप को नेपाल पुलिस ने बिहार के अररिया से सटी नेपाल सीमा से पहले पकड़ा। नेपाल पुलिस ने यूरेनियम के साथ 15 तस्करों मेंको गिरफ्तार कर लिया। प्ररंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस यूरेनियम का विस्फोटक निर्माण में इस्तेमाल किया जाना था। यूरेनियम एक रेडियोएक्टिव पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में भी होता है। तस्कर इसकी खेप के साथ बिहार के अररिया जिले की जोगबनी सीमा से भारत में घुसने वाले थे। इस मामले के सामने आने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां और सीमा पर तैनात एसएसबी अलर्ट मोड में हैं। भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके पहले पिछले साल जून में पड़ोसी राज्य झारखंड में तस्करी से ले जाया गया सात किलो यूरेनियम मिला था।
नेपाल में दो किलो यूरेनियम के साथ 15 गिरफ्तार
नेपाल पुलिस ने विराटनगर में अलग-अलग होटलों में छापेमारी कर दो किलो यूरेनियम के साथ 15 तस्करों को
गिरफ्तार किया है। मोरंग के एसपी शांतिराज कोईराला ने इसकी पुष्टि की है। उनके अनुसार तस्कर यूरेनियम को काठमांडू से लेकर चले थे तथा बिहार के अररिया स्थित जोगबनी सीमा से भारतीय क्षेत्र में एंट्री करने वाले थे।दिल्ली के लक्ष्मीनगर में देते हैं । लेकिन इधर सोनौली बार्डर से यूरेनियम नेपाल से भारत भेजे जा रहे हैं जो बइस्फओटक बनाने बम बनाने में आते हैं ।