लखनऊ
सपा में जारी घमासान के बीच पूर्व सीएम अखिलेश यादव गुरवार को मुलायम सिंह से मिलने पहुंचे। अखिलेश ने 5 अक्टूबर को आगरा में होने वाले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन का न्यौता दिया। सपा के प्रवक्त राजेंद्र चौधरी ने बताया- ‘अखिलेश अपने पिता मुलायम से मुलाकात करने उनके घर गए और उन्हें आगरा में होने वाले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन का निमंत्रण दिया है। उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।’ बता दें, अखिलेश की ऑफिशियल तौर पर मुलायम से मुलाकात 6 महीने बाद हुई है। ये मुलाकात करीब 25 मिनट तक चली। इससे पहले सपा के मेनिफेस्टो लॉन्च के वक्त अखिलेश और मुलायम में मुलाकात हुई थी। उस वक्त भी मुलायम मेनिफेस्टो लॉन्च करने नहीं पहुंचे थे और बाद में अखिलेश ने अलग से उनसे मुलाकात की थी।
गौरतलब है कि, 23 सितंबर को सपा की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग हुई थी, जिसमें शिवपाल और मुलायम को न्योता नहीं दिया गया था। इससे पहले मुलायम ने बीते 25 सितंबर को लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने कहा था- ”अखिलेश उनके पुत्र हैं, इसलिए उनके साथ उनका आशीर्वाद है, लेकिन उनके कुछ निर्णयों से वह सहमत नहीं हैं।” इस प्रेस कांफ्रेंस से पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि मुलायम नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया था।
वहीं, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुलायम के वरिष्ठ सहयोगी शारदा प्रताप शुक्ल ने उन्हें एक प्रेस नोट उठाकर दिया था, लेकिन सपा संस्थापक ने उसे पढ़ने से मना कर दिया था। मीडिया में लीक हुए उस प्रेस नोट में अलग पार्टी बनाने की बात लिखी थी। इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद शारदा प्रताप शुक्ल ने मुलायम पर आरोप लगाते हुए कहा था- ”मुलायम सपा कार्यकर्ता और शिवपाल के साथ छलावा कर रहे हैं और अपने बेटे को आगे बढ़ाने में लगे हैं।” इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद अखिलेश ने भी ‘नेता जी जिंदाबाद समाजवादी पार्टी जिंदाबाद’ ट्वीट करके खुशी जाहिर की थी।