लखनऊ। मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस, बसपा और सपा पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने दलितों को केवल वोट बैंक समझा। उनके उत्थान के बारे में कभी नहीं सोचा। कुछ का साथ और कुछ का विकास करने वाली ये पार्टियां मोदी हटाओ अभियान में अब गठबंधन करने के प्रयास में लगी हैं लेकिन यह भी कहती हैं कि नरेंद्र मोदी ने कुछ किया नहीं। श्री मौर्य मंगलवार को भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के तत्वावधान में दलितों वर्ग की सामाजिक प्रतिनिधि बैठक में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने विपक्षी दलों को चुनौती देते हुए कहा कि यदि मोदी ने कुछ नहीं किया तो उन्हें वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह अलग-अलग लड़ना चाहिए। श्री मौर्य ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि वे बिना दूल्हे की बारात लेकर चल रहे हैं। उनके बीच रोज एक नया नेता प्रधानमंत्री बनने के लिए सामने आता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में भाजपा की मोदी सरकार और प्रदेश में योगी सरकार ने ही दलितों, पिछड़ों और गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं। सोनकर समाज ने की हिन्दुत्व की रक्षाउपमुख्यमंत्री ने सोनकर समाज की बहादुरी और स्वाभिमानी स्वभाव की सराहना करते हुए कि उसने देश के साथ हिन्दुत्व के लिए लगातार संघर्ष किया है। अब 2019 में उन्हें फिर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनवानी है। इस मौके पर बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह, लालगंज की सांसद नीलम सोनकर, कौशल किशोर, अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश प्रभारी व पार्टी के महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ल, सह प्रभारी ओम प्रकाश, विधायक रवि सोनकर, अमर सिंह समेत कई अन्य विधायक व पार्टी के पदाधिकारी मौजूद रहे। बाक्स सोन कर समाज को ज्यादा देगी पार्टीसामाजिक प्रतिनिधि बैठक में सोनकर समाज से मंत्री बनाने की मांग भी उठी। इस पर श्री मौर्य ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में सोनकर समाज के तीन पार्टी कार्यकर्ताओं को टिकट दिया और तीनों ही सांसद बने। 2017 के विधानसभा चुनाव में समाज के आठ कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया। इनमें छह विधायक बने। धैर्य रखिए। आप जितना सोचते नहीं होंगे, पार्टी ने उससे ज्यादा देने को सोच रखा है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधान परिषद सदस्य विद्यासागर सोनकर ने भी कहा कि मैं एमएलसी हूं। महामंत्री ऐसे बड़े पद से पूरे प्रदेश में संगठन का काम देखने को मिल रहा है। मेरे ये लिए यही गौरव की बात है। हमारे बारे में ऐसा मत सोचिए कि मैं मंत्री बन जाऊं और सिमट कर रह जाऊं।