लखनऊ। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीएसएनएल के अफसरों और कर्मचारियों ने तीन दिसम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। मंगलवार को गांधी भवन में आयोजित सभा में ‘ऑल यूनियन्स एंड एसोसिएशनंस ऑफ बीएसएनएल के निर्णय की जानकारी दी गई। नेताओं ने यहां बताया कि हड़ताल के दौरान मोबाइल, ब्रॉडबैंड, टेलीफोन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। एसोसिएशन के यूपी ईस्ट सर्किल सचिव आरके मिश्र, संजय दुबे, अजय त्रिवेदी ने बताया कि उनको उम्मीद है कि इस राष्ट्रव्यापी संघर्ष में आमजन अपना पूरा सहयोग देंगे। हड़ताल का नेतृत्व बीएसएनएल एम्पलाइज यूनियन, एनएफटीई बीएसएनएल, एसएनईए, एआईबीएसएनएलईए, बीएसएनएल मजदूर संघ, टेलीकॉम इम्पलाइज प्रोग्रेसिव यूनियन, एआईजीईटीओए आदि संयुक्त रूप से कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग है कि एक जनवरी 2017 से तीसरा वेतन संशोधन किया जाए, बीएसएनएल को 4जी स्पेक्ट्रम का आवंटन हो, कर्मचारियों के वास्तविक मूल वेतन पर आधारित पेंशन योगदान का भुगतान और एक अक्तूबर 2000 के बाद भर्ती कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति का लाभ दिए जाय। इसके पूर्व इन मांगों पर ध्यान आकर्षण के लिए 30 अक्तूबर को एक दिवसीय धरना, 14 नवम्बर को सम्पूर्ण देश में रैली का आयोजन किया जा चुका है। संचार राज्य मंत्री की ओर से दिए गए आश्वासनों को लागू न करने से बीएसएनएल के 1.85 लाख कर्मचारियों और 3.5 लाख रिटायर हो चुके कर्मचारियों के साथ अन्याय हो रहा है। नेताओं का कहना है कि हड़ताल पर जाने का निर्णय उनको मजबूरी में लेना पड़ रहा है।