यूपी से हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी गिरफ्तार, भारत में बड़ा धमाका करने का बना रहा था प्लान


रिपोर्टर रतन गुप्ता
यूपी एटीएस आंतकी गतिविधि पर लगातार नजर रख रही है। इसी सिलसिले में एक और आंतकी की गिरफ्तारी की। पूछताछ में उसने जम्मू-कश्मीर के एक साथी का नाम बताया है।

यूपी एटीएस ने हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े एक आतंकी को मुरादाबाद से गुरुवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मुरादाबाद निवासी अहमद रजा उर्फ शाहरुख उर्फ मोहीउद्दीन के रूप में हुई है। एटीएस को सहयोगी एजेंसी से इनपुट मिला था कि अहमद रजा नाम का शख्स सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन औक पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर्स के संपर्क में है। उसने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान जाकर आतंकी कमांडों ट्रेनिंग लेकर वापस आकर भारत में आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए प्लान बना रहा है। साथ ही पूछताछ में सामने आए जम्मू-कश्मीर के फिरदौस की गिरफ्तारी के लिए एटीएस टीम जुट गई है।

एटीएस की सहारनपुर टीम ने अहमद रजा को गुरुवार को गिरफ्तार किया। कड़ाई से पूछताछ करने के बाद अहमद रजा ने अपना गुनाह कबूल लिया है। अहमद रजा के मोबाइल में हथियारों की फोटोज, चैट के स्क्रीन शॉट और जिहादी वीडियो भी मिले हैं। शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि अहमद रजा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में लड़ रहे विभिन्न जिहादी संगठन के मुजाहिदीनों से प्रभावित है और उनकी जिहादी सोच और कार्रवाई पर बहुत विश्वास करता है।
अहमद ने भारत में काफिरों और काफिर सरकार के खिलाफ जिहाद करके जम्हूरियत की सरकार को हटाकर शरिया कानून लाने को अपनी जिन्दगी का मकसद बना लिया था। इसके लिए वह हिजबुल मुजाहिदीन पीर पंजाल तंजीम से जुड़े हुए सीनियर मुजाहिद के साथी फिरदौस, जोकि अनंतनाग जम्मू कश्मीर का रहने वाला है, उसके लगातार संपर्क में था। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि फिरदौस ने ही इसे हिजबुल मुजाहिद्दीन पीर पंजाल में शामिल होने की बैयत (शपथ) दिलवाई थी।
एटीएस ने बताया कि भारत में जिहाद करने और अपनी तंजीम को मजबूत बनाने के लिए अहमद रजा को अपने सीनियर मुजाहिद साथियों से ये हिदायत मिली थी कि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों को जिहादी बनाकर अपनी तंजीम से जोड़े। इसके लिए अहमद रजा लोगों से मिलकर और सोशल मीडिया के जरिए हिजबुल मुजाहिदीन में जुड़ने का न्योता देता था और लोगों में हिंसात्मक जिहाद भरने के लिए सोशल मीडिया में जिहादी वीडियो पोस्ट करता था। अपने मुजाहिद साथियों फिरदौस और पाकिस्तानी आतंकी हैंडलर के कहने पर अहमद दो बार श्रीनगर, अनंतनाग जम्मू-कश्मीर में हथियारों की ट्रेनिंग लेने भी जा चुका है।
अहमद रजा ने पूछताछ में बताया कि वो अपने आतंकी मंसूबों को पूरा करने के लिए अहसान गाजी की मदद से अफगानिस्तान जाकर बद्री कमांडो बनना चाहता था। अहमद रजा ने कहा कि वो भारत के संविधान और सरकार को नहीं मानता है। उसका मानना है कि एक न एक दिन हिन्दुस्तान में भी शरिया लागू होगा। एटीएस ने बताया कि गिरफ्तार अहमद रजा को कोर्ट के समक्ष पेश कर PCR में लेने और मोबाइल फोन के डेटा एक्सट्रैक्शन के लिए FSL से संपर्क कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा जाएगी।

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