रिपोर्टर रतन गुप्ता नौतनवा /महराजगंज
- नौतनवां तहसील में जिला स्तरीय तहसील दिवस में आए फरियादियों ने सुनाई अपनी पीड़ा
- 13 साल से जमीन विवाद नहीं सुलझने पर समाधान की आस में पहुंची माया
नौतनवां। जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में शनिवार को पहुंची चकदह गांव के टोला मरचहवा की रहने वाली माया ने मुख्य विकास अधिकारी से खेत की रोपाई कराने की गुहार लगाई। उसने कहा कि भू माफियाओं तथा तहसील नौतनवा प्रशासन की मिलीभगत से मेरे खेत की रोपाई नहीं हो पा रही है।
सीडीओ के सामने फरियाद करते हुए माया ने बताया कि 2010 से भूमि विवाद चल रहा है। 2019 में आदेश हुआ और खतौनी में नाम दर्ज हुआ। उसके बाद 5 अप्रैल 2022 में पुनः आदेश निरस्त कर दिया गया। तब से जिले से लेकर तहसील कार्यालय में चक्कर लगा रही हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसने कहा कि खेत में रोपाई-बुआई तक नहीं कर पा रही हैं। ऐसे में जीवन यापन तक मुश्किल हो गया है। अगर न्याय नहीं मिला तो चार बेटियों के साथ जान देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। टेढ़ी गांव के सीताराम, बब्बन, चंद्रभान ने चारागाह, खलिहान, सीलिंग तथा पंचायत भवन की भूमि पर ग्राम प्रधान तथा लेखपाल द्वारा अपने चहेतों को अवैध कब्जे को हटवाने की मांग की। हरदी डाली के धर्मबीर ने इंडो नेपाल रोड परियोजना में अधिग्रहित भूमि का मुआवजा दिलाने की मांग किया।
इस दौरान परियोजना निदेशक रामदरस चौधरी, एसओसी जगदीप यादव, एसडीएम मुकेश कुमार सिंह, एसडीएम न्यायिक अरविंद कुमार श्रीवास्तव, सीओ आभा सिंह, प्रभारी तहसीलदार विवेक कुमार श्रीवास्तव, डीपीआरओ यावर अब्बास, जिला पूर्ति अधिकारी एपी सिंह, ईओ सुनील कुमार सरोज, ईओ सोनौली राहुल यादव आदि लोग मौजूद रहे।
समाधान दिवस में आए 304 मामले, 27 निस्तारित
महराजगंज। जिले के सभी चार तहसीलों में हुए संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 304 मामले आए, जिनमें से 27 का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। जिला स्तरीय समाधान दिवस मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
अनुपस्थित सात अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण
महराजगंज। जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में अनुपस्थित रहने वाले सात अधिकारियों से मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय ने स्पष्टीकरण मांगा है। जो अधिकारी अनुपस्थित मिले हैं उनमें परियोजना अधिकारी डूडा, सहायक निदेशक मत्स्य,जिला सेवायोजन अधिकारी, अधिशासी अभियंता जल निगम व ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, जिला होमियोपैथी चिकित्सा अधिकारी व जिला आयुर्वेदिक अधिकारी शामिल हैं।