रिपोर्टर रतन गुप्ता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में गोमती नदी के तट पर झूलेलाल वाटिका के निकट हरिशंकरी (पीपल बरगद और पाकड़ की त्रयी) का पौधा रोप कर अमृत वाटिका की स्थापना करने के साथ स्वतंत्रता दिवस पर पांच करोड़ पौधे रोपने के अभियान का शुभारंभ किया। मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्थलों पर वसुधा वंदन कार्यक्रम के तहत अमृत उद्यानों में 75 पौधे रोपे गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में पांच करोड़ पौधे रोपने के अभियान का शुभारंभ किया।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में पांच करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष 5.95 करोड़ पौधे रोप कर प्रदेश में हरियाली बढ़ाने की मुहिम के तहत एक और कदम आगे बढ़ाया है। योगी सरकार ने इस वर्ष वृहद पौधारोपण अभियान के तहत प्रदेश में 35 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य तय किया था। इनमें से 30 करोड़ पौधे 22 जुलाई और पांच करोड़ 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर रोपे जाने थे।
वृहद पौधारोपण अभियान-2023 के पहले चरण में 22 जुलाई को प्रदेश में 30.21 करोड़ पौधे रोपे गए थे। वहीं, दूसरे चरण में स्वतंत्रता दिवस पर वन विभाग ने अंतिम सूचना मिलने तक पांच करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष प्रदेश में 5.95 करोड़ पौधे रोपने की जानकारी दी है।
इस तरह प्रदेश में 35 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष 36.16 करोड़ पौधे रोपे जा चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में गोमती नदी के तट पर झूलेलाल वाटिका के निकट हरिशंकरी (पीपल, बरगद और पाकड़ की त्रयी) का पौधा रोप कर अमृत वाटिका की स्थापना करने के साथ स्वतंत्रता दिवस पर पांच करोड़ पौधे रोपने के अभियान का शुभारंभ किया।
अभियान में जनप्रतिनिधियों, विशिष्ट व्यक्तियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वृहद पौधारोपण अभियान के तहत मंगलवार को प्रदेश में पीपल, पाकड़, बरगद, नीम, इमली, जामुन, बेल, सहजन, आम, महुआ, हरड़, बहेड़ा, आंवला सहित विभिन्न छायादार, फलदार, शोभाकार, औषधीय व पर्यावरणीय महत्व के देशज प्रजातियों के पौधे रोपे गए। वृहद पौधारोपण अभियान 2023 के तहत रोपे गए 36.16 करोड़ पौधों में नीम के 34 लाख, शीशम के 4.52 करोड़, सागौन के 4.3 करोड़, अर्जुन के 1.54 करोड़, जामुन के 1.66 करोड़, इमली के 33 लाख, आम व बेल के 25 लाख, सहजन के 40 लाख, आवंला के 50 लाख, पीपल/पाकड़/ बरगद/गूलर के छह लाख पौधे शामिल हैं।
‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्थलों पर वसुधा वंदन कार्यक्रम के तहत अमृत उद्यानों में 75 पौधे रोपे गए। ग्राम पंचायतों में पीपल, पाकड़, गूलर, नीम, सहजन, आम, जामुन, बांस, शहतूत, सागौन सहित इमारती लकड़ी व फलदार प्रजातियों के पौधे रोप कर ग्राम वन की स्थापना की गई। शहरी क्षेत्रों में विकसित किये गए नंदन वनों में हर्र, बहेड़ा, महुआ, चिरौंजी, इमली, नीम, अमलतास, बांस, हरसिंगार, चंदन, सहजन, सर्पगंधा, करौंदा, अशोक के पौधे रोपे गए। हर जिले में आयुष वन की स्थापना की गई जिसमें औषधीय प्रजातियों के पौधे रोपे गए।