रिपोर्टर रतन गुप्ता
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने एक और नेपाली नाबालिग लड़की का किया रेस्क्यू, एक व्यक्ति गिरफ्तार
(अपनी पहचान व् धर्म व्यक्ति गिरफ्तार कर एक और नेपाली नाबालिग लड़की को झांसे में फंसा कर ले जाते समय व्यक्ति को पकड़ा गया )
भारत नेपाल सीमा से मानव तस्करी के मामले में एक प्रचलन बहुत अधिक देखने में आ रहा है कि अपना नाम धर्म और पहचान छुपाकर नेपाल की पहाड़ की लड़कियों का भोलापन और गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें सोशियल मिडिया के द्वारा झांसा दे कर ले आ रहे हैं और ऐसी जाल में फंसी लडकियां अवैध आर्केस्ट्राओं, रेड लाईट एरिया, देहव्यापार, अंग-तस्करी के लिए और आईएसआई जैसे आतंकी संगठनो के लिए भेज दी जाती हैं, इसके बाद इन लड़कियों के गरीब माता-पिता भी अपने दिल पर पत्थर रख कर सब्र कर लेते हैं.ऐसा ही मामला भारत नेपाल बोर्डर के समीप रक्सौल मे एक बार फिर देखने में आया.
मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय एसएसबी बेतिया अवस्थिति कार्यालय 47वीं वाहिनी एसएसबी रक्सौल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा को एक आसूचना मिली कि एक पहाड़ी और नेपाली सी दिखने वाली लड़की को कोई व्यक्ति रक्सौल के पंटोका हाजमो टोला के आस पास ले कर कहीं निकलने की तैयारी में है. त्वरित कार्यवाही की गयी और उस लड़की और व्यक्ति को टीम द्वारा खोज लिया गया. फिर प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल टीम भी काउंसिलिंग के लिए पहुँच गयी. पूछताछ और काउंसिलिंग की गयी.
मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय (एसएसबी) ने जब पूछताछ की तब सामने यह आया कि मोहम्मद इरफ़ान खान ने पीड़ित लड़की के साथ लगभग एक महीने पहले ही टिक-टोक के माध्यम से दोस्ती की थी. मोहम्मद इरफ़ान खान ने पीड़ित नेपाली लड़की मनीषा चोधरी (बदला हुआ नाम) को अपना हिन्दू नाम विवेक चौधरी बताया और अपने को हिन्दू धर्म का व् थारु भी बताया. उसने लड़की को अपने पिता के बारे में झूट कहा था कि उसके पिता नेपाल पुलिस में डीएसपी हैं और अपना घर काठमांडू व् बीरगंज (नेपाल) में बताया था जबकि वो बिहार का रहने वाला है. लड़की को पता ही नहीं था कि मोहम्मद इरफ़ान खान पहले से ही शादीशुदा है और उसके चार बच्चे भी हैं.
प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल ने काउंसिलिंग की तब सामने आया कि नाबालिग लड़की ग्यारह कक्षा की छात्रा है उसके घर वाले बहुत गरीब हैं तथा मोहम्मद इरफ़ान खान के घर भी सम्पर्क करने की कोशिश की थी जिससे लड़की को विश्वास दिलाया जा सके कि वो सिर्फ उससे ही शादी करेगा तथा इससे लड़की का विश्वास और अधिक गहरा हो गया इसलिए उसके झांसे में फंस गयी. लड़की ने सोचा जो उसके माता-पिता से बात कर रहा है वो सही ही होगा. लड़की ने रोते हुए बताया कि व्यक्ति ने उसके साथ यौन शोषण भी किया था.
अंत: पीड़ित नेपाली नाबालिग लड़की को और पकडे गए व्यक्ति को ओ.पी पुलिस हरैया को सौंप दिया गया और इस प्रकार नेपाल से भारत लायी गयी नेपाली नाबालिग लड़की को बचा लिया गया.
मौके पर मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय एसएसबी बेतिया अवस्थिति कार्यालय 47वीं वाहिनी एसएसबी रक्सौल के इन्स्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, उप-निरीक्षक नेहा सिंह, कांस्टेबल पम्मी मिश्रा, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल से आरती कुमारी, विजय शर्मा, अभिषेक कुमार उपस्थित रहे.