पाकिस्तान से नेपाल के खाते में भेजे 50 लाख रुपए भारत में डिस्ट्रीब्यूट हुए, अररिया के 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार, इंटरनेशल कनेक्शन की पड़ताल

रतन गुप्ता उप संपादक
गिरफ्तार तीनों अपराधी अररिया जिले के हैं. ये पिछले 1 साल से साइबर क्राइम का धंधा करते थे

तीन अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी गिरफ्तार.
नेपाल और पाकिस्तान से था इनका कनेक्शन.
पाकिस्तान से भेजे गए थे 50 लाख रुपए.
पूर्णिया. बिहार की पूर्णिया पुलिस ने आज (शुक्रवार) तीन अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिसका कनेक्शन पाकिस्तान और नेपाल से बताया जाता है. पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भेजे गए लाखों रुपए भारत के विभिन्न खातों में डिस्ट्रीब्यूट किए जाने की बात सामने आई है. इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है. क्या इसका कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं है? क्या ये लोग पाकिस्तान तो नहीं आता जाता था? इनका किस-किस से मिलना है? इसके गिरोह में और कौन-कौन लोग हैं? सभी मामलों पर पुलिस जांच कर रही है. जांच के बाद कई तरह के खुलासे सामने आ सकते हैं.

पूर्णिया एसपी आमिर जावेद के अनुसार, पाकिस्तान के किसी हैंडलर ने नेपाल में इन साइबर अपराधियों से खाता खुलवाया था. उस खाते में पाकिस्तान से 50 लाख रुपए भेजे गए थे. इसके बाद नेपाल के उस खाते से भारत के अलग-अलग खातों में रुपए भेजे गए थे. ये साइबर अपराधी पहले नेपाल में अलग-अलग तरह के अपराध करते थे. लेकिन, पिछले 1 साल से ये साइबर क्राइम का धंधा करते थे.

एसपी आमिर जावेद ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह है और इनका बहुत बड़ा नेक्सस है, जिसकी जांच की जा रही है. इनका कनेक्शन किस किस तरह का है इसकी गहराई से जांच की जा रही है. पूर्णिया एसपी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों अपराधी अररिया जिले के हैं. पकड़े गए अपराधियों में शाहनवाज, शाकिब और सुशील कुमार है. ये लोग नेपाल में अपना खाता खुलवाया हुआ था और उस खाते पर साइबर क्राइम के रुपए जमा होते थे. पाकिस्तान से नेपाल के एक खाते पर 50 लाख रुपए भेजे जाने की अब तक सूचना मिली है.

इन अपराधियों के पास से 96000 रुपए, 6 मोबाइल, 5 सिम, 8 डेबिट कार्ड , 6 बैंक खाता और एक बोलेरो गाड़ी भी बरामद हुए हैं. वहीं, गिरफ्तार साइबर अपराधी शाकिब ने कहा कि वे लोग नेपाल से भारत रुपए भेजते थे न कि पाकिस्तान. उन्होंने साइबर अपराध करने की बात भी स्वीकार की है. हालांकि, पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है.

बहरहाल, अब देखना है आगे इस मामले में और क्या-क्या खुलासा होता है. क्या इन लोगों का संबंध किसी आतंकी गिरोह से तो नहीं था. क्या इसके पीछे कोई हवाला का मामला तो नहीं है या कोई आतंकी फंडिंग का तो मामला नहीं है. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस गहनता से जांच कर रही है.

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