बस्ती । भारतीय समन्वय संगठन ‘लक्ष्य’ की टीम ने बहुजन जागरूकता अभियान के तहत एक कैडर कैंप का आयोजन लक्ष्य कमांडर छाया कौशल के नेतृत्व में गोटवा स्थित डॉ वी. के. वर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस कॉलेज में किया। इसमें बहुजन समाज के बुद्धजीवियों ने हिस्सा लेकर व्यापक विमर्श किया।
लक्ष्य के चीफ कमांडर डॉ. खजान सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि ’राजनीति डावाडोल होने लगे तो समाज के बुद्धजीवियों को सामाजिक क्रांति की गति तेज कर देनी चाहिए। अगर समाज के बुद्धजीवी समाज के हितों की चिंता करने लगें तो सामाजिक क्रांति होने से कोई नहीं रोक सकता है । जब समाज की राजनीति कमजोर पड़ने लगे तो सामाजिक संगठनों को अपनी गतिविधियां तेज कर देनी चाहिये
’पटेल हॉस्पिटल व डॉ. वी. के. वर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस कॉलेज प्रबंधक डॉ. वी. के. वर्मा ने कहा कि समाज में राजनीतिक जागरूकता से लोकतंत्र सबल होगा। इसके लिये व्यापक विमर्श की गति लगातार जारी रहनी चाहिये। डायरेक्टर डॉ. आलोक रंजन वर्मा ने कहा कि सामाजिक चेतना पर केन्द्रित लक्ष्य की धार और धारा कमजोर नहीं पड़नी चाहिये।
’कबीर मठ अयोध्या के विवेक ब्रह्मचारी ने गौतम बुद्ध, कबीर व संत रविदास की शिक्षाओं पर जोर दिया। सामाजिक कार्यकर्ता जैयश वर्मा ने कहा कि विचारधारा की जंग को विचाधारा से ही जीता जा सकता है इसके लिए बहुजन समाज के लोगो को अपनी जातियों से बाहर निकलकर एकजुटता बनानी होगी और ईमानदारी से इस जंग में लड़ाई लड़नी होगी जैसे मान्यवर कांशीराम साहब ने लड़ी थी।’ पत्रकार जितेंद्र कुमार ने लक्ष्य के चीफ कमांडर डॉ. खजान सिंह को बाबा साहब डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की फोटो देकर सम्मानित किया।’ लक्ष्य कमांडर छाया कौशल ने लखनऊ से आई लक्ष्य के कमांडरों का व आयोजकों का धन्यवाद किया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सामाजिक क्रांति में बहुजन समाज की महिलाओं को आगे आना होगा।’ ’लक्ष्य कमांडरों ने कैडर में उपस्थित लोगों को लक्ष्य संगठन के नववर्ष के कैलेंडर भी वितरित किया।
कार्यक्रम में लक्ष्य कमांडर छाया कौशल, रेखा आर्या, अंजु सिंह, राजकुमारी कौशल, विजय लक्ष्मी गौतम, स्मिता चंद्रा, नीलम चौधरी, प्रदीप बौद्ध, अखिलेश गौतम, एस पी कौशल, डा. एस.सी. कौशल, डा. राम प्रकाश, डा. विनोद कुमार, डा. विजय गौतम, डा. श्याम नरायन, डा. विवेक कुमार, डा. चन्दा सिंह, डा. ए.के. गौतम, रघुनाथ पटेल, सुखराम पटेल, वीरेन्द्र चौधरी, राजेश्वरी वर्मा, राधेश्याम, राना अम्बेडकर, सुभाष चौधरी, शिव प्रसाद, कलावती वर्मा आदि शामिल रहे।’