रतन गुप्ता उप संपादक
शनिवार सुबह प्रतापगढ़ निवासी दीपक व चंदन को वाराणसी-आजमगढ़ रोड स्थित एक डिग्री कालेज के पास गिरफ्तार किया गया। दोनों पश्चिम बंगाल के फरक्का से जाली नोट लेकर वाराणसी पहुंचे थे। पूछताछ में सामने आया कि दोनों जाली नोटों की सप्लाई अन्य शहरों में भी करते थे। वाराणसी में जाली नोट किसे दिए जाने थे और पश्चिम बंगाल के किन तस्करों से इन्हें जाली नोट सप्लाई की जा रही थी।
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने बांग्लादेश में छापे गए जाली नोटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरोह बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के रास्ते जाली नोटों की सप्लाई विभिन्न राज्यों में कर रहा था। पकड़े गए दोनों तस्कर 97,500 रुपये (500 रुपए की जाली नोट) की भारतीय जाली मुद्रा वाराणसी में सप्लाई करने आए थे।
एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल के अनुसार शनिवार सुबह प्रतापगढ़ निवासी दीपक कुमार व चंदन सैनिक को वाराणसी-आजमगढ़ रोड स्थित एक डिग्री कालेज के पास गिरफ्तार किया गया। दोनों पश्चिम बंगाल के फरक्का से जाली नोट लेकर वाराणसी पहुंचे थे। पूछताछ में सामने आया कि दोनों जाली नोटों की सप्लाई अन्य शहरों में भी करते थे।
अन्य आरोपियों की तलाश
वाराणसी में जाली नोट किसे दिए जाने थे और पश्चिम बंगाल के किन तस्करों से इन्हें जाली नोट सप्लाई की जा रही थी। इसे लेकर सामने आए तथ्यों के आधार पर कुछ अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। एटीएस अन्य शहरों में फैले जाली नोट तस्करों के नेटवर्क की छानबीन भी कर रहा है।
गंजा तस्करी में पकड़े जा चुके हैं दीपक और चंदन
आरोपित दीपक को इससे पूर्व प्रतापगढ़ पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में पकड़ा था। चंदन भी प्रतापगढ़ से गांजा तस्करी व वाहन चोरी के मामलों में जेल जा चुका है।