रतन गुप्ता उप संपादक
महराजगंज। पिपरा काजी ग्राम पंचायत के चुनाव में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे प्रधान बने नरेंद्र देव का चुनाव जिलाधिकारी ने निरस्त कर दिया है। उन्होंने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित प्रधान पद पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी।
जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया कि वर्ष 2021 में हुए पंचायत चुनाव में निचलौल तहसील क्षेत्र के पिपरा काजी ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी। इसमें गांव के नरेंद्र देव ग्राम प्रधान बने थे। चुनाव बाद इसी गांव के मनोज ने विरोध करते हुए इस आशय का परिवाद दायर की थी कि नरेंद्र ने फर्जी तरीके से अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र बनवाकर चुनाव लड़ा है। इस पर उच्चाधिकारियों ने कमेटी गठित कर जाति प्रमाणपत्र की जांच कराई थी। इसमें पाया गया था कि नरेंद्र कहार जाति के हैं जो पिछड़ा वर्ग में आते हैं। एसडीएम निचलौल ने बताया कि जांच में मामला सही मिलने पर प्रधान पद के चुनाव को शून्य घोषित करते हुए प्रधान पद रिक्त किया जाता है।