डा. राकेश ऋषभ कृत ‘इसरावत’ काव्य संकलन पर परिचर्चाकवि सम्मेलन में सम्मानित हुईं विभूतियांमां को समर्पित है ‘इसरावत’



बस्ती । रविवार को प्रेस क्लब सभागार में साहित्यिक संस्था शव्द सुमन द्वारा प्रेस क्लब सभागार में वरिष्ठ साहित्यकार डा. राकेश ऋषभ कृत ‘ इसरावत’ काव्य संकलन पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसी क्रम में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के साथ ही विशिष्ठ जनों को उनके योगदान के लिये सम्मानित किया गया।


प्रसिद्ध कवि महेश प्रताप श्रीवास्तव ने कहा कि  ‘इसरावत’ मां पर केन्द्रित श्रेष्ठतम रचना है जिसे डा. राकेश ऋषभ ने अपने अनुभूतियों के साथ जिया है। यह कृति नई पीढी को परिवार और मां के महत्व से परिचित करायेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामनरेश सिंह मंजुल ने कहा कि  ‘इसरावत’ मां के ममत्व और महत्व को भावनात्मक स्तर पर रेखांकित करती है। प्राचार्य डा. रामकृपाल राय ने कहा कि यह सृष्टि मां पर ही केन्द्रित है। ‘इसरावत’ में रचनाकार ने अपनी मां के भावनाओं को सहजता से व्यक्त किया है। दिनेश सांकृत्यायन, प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, डा. सत्यव्रत, डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ डा. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र आदि ने कहा कि डा. राकेश ऋषभ ने ‘इसरावत’ की रचना अपनी मां पर केन्द्रित किया है। इसमें भावुकता और समर्पण की पराकाष्ठा है।


अनेक कृतियों के रचयिता डा. राकेश ऋषभ ने ‘इसरावत’ पर प्रकाश डालते हुये कहा कि यह कृति उनकी मां को समर्पित है जिन्होने कठिन मोर्चो पर उन्हें संबल दिया। संसार में माता पिता ही जीवित देवता है।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में डा. ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ‘दीपक’, डा. अनिता पाल सिंह, डा. राम कृपाल राय, डा. वेद प्रकाश मणि, डा. अर्चना श्रीवास्तव, सतीश आर्य, विनोद    उपाध्याय ‘हर्षित, हरीश दरवेश,  अनवार पारसा, अजय श्रीवास्तव ‘अश्क’, समीर तिवारी, डा. अफजल हुसेन अफजल, जगदम्बा प्रसाद भावुक, पंकज सोनी आदि ने सम सामयिक रचनाओं के माध्यम से वातावरण को सरस बना दिया। इस अवसर पर साहित्यिक संस्था शव्द सुमन द्वारा डा. राकेश ऋषभ, श्रीमती सरिता सिंह, डा. रामनरेश सिंह ‘मंजुल’ अनीता पाल सिंह, अर्चना श्रीवास्तव,  डा. राम कृपाल राय, सतीश आर्य, डा. ए.के. दूबे, रामजी पाण्डेय, अनवार पारसा, श्याम प्रकाश शर्मा आदि को उनके योगदान के लिये सम्मानित किया गया। इसी क्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ को अदवी संगम द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बटुक नाथ शुक्ल, पेशकार मिश्र, अब्दुल वहीद खान, फैजान के साथ ही बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। 

Leave a Reply