भारत और नेपाल के बीच गुरुवार को विभिन्न क्षेत्रों में आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें से चार नेपाल में भूकंप के बाद पुनर्निर्माण से संबंधित हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नरेंद्र मोदी और शेर बहादुर देउबा नेतृत्व में हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “सहयोग के नए तंत्रों की स्थापना। भारत और नेपाल के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौते।”
भारत ने नेपाल में अप्रैल 2015 को आए भूकंप के बाद पुनर्निर्माण कार्यो के लिए एक अरब डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताई थी। नेपाल में 50,000 घरों के पुनर्निर्माण में मदद के लिए आवास अनुदान, शिक्षा, सांस्कृतिक विरासत और स्वास्थ्य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच चार समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुए। एक अन्य एमओयू भारत के अनुदान से एशियाई विकास बैंक के दक्षिण एशिया उपक्षेत्रीय आर्थिक सहयोग (एसएएसईसी) सड़क संपर्क कार्यक्रम के तहत मेची पुल के निर्माण के लिए लागत साझा करने और सुरक्षा मुद्दों के क्रियान्वयन को लेकर हुआ।
छठा एमओयू नशाखोरी रोकथाम के तहत नार्कोटिक्स ड्रग्स, साइकोट्रॉपिक पदार्थो व अन्य रासायनिक पदार्थो की तस्करी रोकने को लेकर हुए। सातवां एमओयू इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया और इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ नेपाल के बीच सहयोग को लेकर हुआ। दोनों पक्षों के बीच मानकीकरण आकलन के क्षेत्र में सहयोग को लेकर भी समझौता हुआ। प्रधानमंत्री देउबा पांच दिवसीय भारत यात्रा पर बुधवार को नई दिल्ली पहुंचे। जून में पदभार संभालने के बाद यह उनका पहला विदेशी दौरा है।