*दिल्ली से बच्ची का अपहरण, विदेशी नंबर और साजिश… भारत-नेपाल बॉर्डर से रेस्क्यू की गई 6 साल की मासूम*

रतन गुप्ता उप संपादक 

इस मामले में पुलिस उपायुक्त (मध्य) एम हर्षवर्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि 6 साल की बच्ची 27 अगस्त को उस वक्त लापता हो गई थी, जब वह रात करीब 8.30 बजे अपने घर से जनरल स्टोर पर कुछ सामान लेने गई थी.

पुलिस ने दिल्ली से अगवा की गई एक 6 वर्षीय मासूम बच्ची को भारत-नेपाल बॉर्डर से सही सलामत रेस्क्यू कर लिया. बच्ची का अपहरण करने के आरोप में पुलिस ने उसके रिश्तेदारों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. बच्ची पिछले तीन दिन से लापता थी.

इस मामले में पुलिस उपायुक्त (मध्य) एम हर्षवर्धन ने जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि 6 साल की बच्ची 27 अगस्त को उस वक्त लापता हो गई थी, जब वह रात करीब 8.30 बजे अपने घर से जनरल स्टोर पर कुछ सामान लेने गई थी.

डीसीपी के मुताबिक, बच्ची के पिता ने पुलिस को बताया कि न तो उनकी बेटी स्टोर पर पहुंची और न ही घर लौटी. बाद में परिवार को मलेशियाई नंबर से व्हाट्सएप पर फिरौती की मांग करने वाले वॉयस मैसेज मिले. इसके बाद घरवाले सकते में आ गए और उन्होंने पुलिस से संपर्क किया.

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बच्ची के पिता की शिकायत के आधार पर दिल्ली के आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई और जांच शुरू की गई. पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज और फोन नंबर का विश्लेषण किया, जिससे उन्हें बिहार के सीतामढ़ी की लोकेशन का पता चला.

स्थानीय खुफिया जानकारी और परिवार के सदस्यों से विस्तृत पूछताछ में भी पैसों के लेन-देन के बारे में भी जानकारी मिली. पुलिस ने बताया कि पता चला कि लड़की का एक रिश्तेदार भी सीतामढ़ी का रहने वाला है.

पुलिस ने बताया कि इसके बाद कृष्णन से पूछताछ की गई, जिसमें उसने खुलासा किया कि उसने, उसकी पत्नी शाहिदा और उसके तीन अन्य साथियों ने लड़की का अपहरण करने की योजना बनाई थी. आरोपी ने आगे खुलासा किया कि शाहिदा ने लड़की को चॉकलेट का लालच दिया और उसे पास की एक दुकान पर ले गई थी.

डीसीपी वर्धन ने बताया कि इसके बाद उसने लड़की को अपने साथियों- पिंटू, सुशील और सुनीता को सौंप दिया था, जो कुछ दूरी पर एक कार में इंतजार कर रहे थे. इसके बाद वे लड़की को बिहार ले गए. उन्होंने बताया कि आरोपियों की कॉल डिटेल खंगालने पर पुलिस को पता चला कि लड़की को सीतामढ़ी के रास्ते नेपाल ले जाया जा रहा था.

पुलिस की टीम फौरन सीतामढ़ी पहुंची और लड़की को छुड़ा लिया. वर्धन ने बताया कि उन्होंने भारत-नेपाल सीमा पर पिंटू, सुशील और सुनीता को गिरफ्तार किया है. वे लड़की को नेपाल में पिंटू के रिश्तेदारों के घर ले जा रहे थे.

आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि नेपाल में रहने वाले लड़की के चाचा शकील अंसारी पर कृष्णन का पैसा बकाया था. पुलिस ने बताया कि पैसे ऐंठने के लिए कृष्णन ने लड़की का अपहरण कर लिया था. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

पकड़े गए आरोपियों में लड़की के मामा कृष्णन (39) और मौसी शाहिदा (25) शामिल हैं, जिन्होंने अपने साथियों पिंटू, सुशील और सुनीता के साथ मिलकर फिरौती के लिए लड़की का अपहरण करने की योजना बनाई थी.

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